संयुक्त राष्ट्र की विमानन शाखा अंतरराष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठन (आईसीएओ) ने पाकिस्तान से एयर इंडिया के विमान को लगातार मना करने को लेकर जानकारी मांगी है। पाकिस्तान ने भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की इजाजत नहीं दी। जिसके बाद भारत ने आधिकारिक रूप से आईसीएओ में उसकी शिकायत की। भारत ने प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने नहीं दिया जिसे लेकर भारत का कहना है कि इस तरह की उड़ानों की कोई भी सामान्य देश मंजूरी दे देता है। हालिया मामले में प्रधानमंत्री को रियाद जाने के लिए दिल्ली से लंबे रास्ते का प्रयोग करना पड़ा।
आईसीएओ के महासचिव कार्यालय में संचार के प्रमुख, एंथोनी फिलबिन ने कहा, ‘आईसीएओ के परिषद अध्यक्ष ने भारत का पत्र स्वीकार किया है और उन्होंने पाकिस्तान से इसे लेकर ज्यादा जानकारी मांगी है।’ पाकिस्तान ने रविवार को सऊदी अरब जाने के लिए प्रधानमंत्री के विमान को अपने हवाई क्षेत्र से गुजरने की अनुमति नहीं दी थी। जिसके कारण एयर इंडिया के बोइंग 747 को सऊदी अरब जाने के लिए अरब महासागर से होकर गुजरना पड़ा। प्रधानमंत्री के विमान को 45 मिनट अधिक यात्रा करनी पड़ी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया है कि आईसीएओ के निर्देशों के अनुसार दूसरे देशों द्वारा ओवरफ्लाइट की मंजूरी मांगी जाती है और दी जाती है। भारत ऐसी ओवरफ्लाइट मंजूरियां लेना जारी रखेगा। सूत्रों ने बताया कि हम नागरिक उड्डयन निकाय के सामने पाकिस्तान की इस करतूत को उठाएंगे। सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान को अपने अड़ियल रवैये पर दोबारा विचार करना चाहिए। साथ ही पाकिस्तान को एकतरफा कार्रवाई करने के कारणों को गलत तरीके से पेश करने की अपनी पुरानी आदत को बदलना चाहिए।
पाकिस्तान ने इससे पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की यूरोप यात्रा के लिए भी अपना हवाई क्षेत्र खोलने से मना कर दिया था। प्रधानमंत्री मोदी सऊदी अरब के पब्लिक इन वेस्टमेंट फंड की ओर से 29 से 31 अक्तूबर के बीच आयोजित होने वाले तीन दिवसीय कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रियाद पहुंचे हैं।