नई दिल्ली: मोदी सरकार 2.0 में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सोमवार को 1058 करोड़ रुपये की लागत से बने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के तीसरे चरण का उद्घाटन किया. इस दौरान उनके साथ केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग राज्यमंत्री वीके सिंह और उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य उपस्थित रहे. गडकरी ने इस अवसर पर एक्सप्रेसवे को विकास का प्रतीक बताया और कहा कि अगले छह महीने में यानी जनवरी, 2020 तक हर हाल में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे का कार्य संपन्न हो जाएगा.
गडकरी ने कहा कि यह एक्सप्रेस वे देश का पहला ऐसा हाईवे है जो त्वरित गति से तैयार किया गया है, इससे 40 मिनट में हापुड़ से दिल्ली का सफर तय किया जा सकेगा. नया अलाइनमेंट गुरुग्राम से आरंभ होकर एक्सप्रेस-वे रतलाम से मुंबई जाएगा. इस सड़क का निर्माण करने में 16000 करोड़ रुपये की बचत की गई है, इसके जरिए 14 घंटे के अंतराल में ही मुंबई पहुंचा जा सकेगा.
गडकरी ने कहा कि, “मैं आशा करता हूं कि ये हाईवे ग्रोथ इंजन साबित होगा. ये देश का पहला 16 लेन हाईवे होगा, एक दफा मैं मेरठ गया था और पूरा ट्रैफिक में फंसते हुए मेरठ पहुंचा था. जनवरी तक प्रयास है कि हम मेरठ तक इसे पूरा कर लें. मैं औद्योगिक मंत्री भी हूं. ये हाईवे विकास का हाईवे है. दिल्ली को प्रदूषण और जाम से छुटकारा दिलाने के लिए हमने कई परियोजनाएं शुरू की हैं. लगभग 60 हज़ार करोड़ का काम हम दिल्ली के आसपास के इलाकों में कर रहे हैं. मैं जो कहता हूं, वो करता हूं, झूठे वादे नहीं करता.”