भारत के दबाव से झुका पाकिस्तान, करतारपुर कमेटी से हटाया खालिस्तान समर्थक

भारत और पाकिस्तान के अधिकारियों के बीच करतारपुर कॉरिडोर को लेकर दूसरे राउंड की अहम बातचीत होने में अब केवल एक दिन का समय बचा है। ऐसे में पाकिस्तान ने भारत के दबाव के आगे झुकते हुए मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के खास गुर्गे और खालिस्तान समर्थक गोपाल सिंह चावला को पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (पीएसजीपीसी) से बाहर कर दिया है। चावला अब करतारपुर कमेटी का भी सदस्य नहीं रहा। भारत ने करतारपुर कमेटी में चावला को शामिल किए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया था। इस मुद्दे पर नाराजगी व्यक्त करते हुए दो अप्रैल, 2019 को होने वाली बाचतीत को रद्द कर दिया था। इसके बाद रविवार को अटारी-वाघा बॉर्डर पर होने वाली बैठक से पहले पाकिस्तान सरकार ने चावला को कमेटी से हटा दिया है। पीएसजीपीसी पाकिस्तान में स्थित सभी गुरुद्वारों की देखरेख करती है। जिसमें करतारपुर गुरुद्वारा और कॉरिडोर भी शामिल है। पीएसजीपीसी सदस्यों से संबंधित अधिसूचना पाकिस्तान सरकार ने शुक्रवार देर रात जारी की है। नई अधिसूचना में पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चार सदस्य, उत्तरी खैबर पख्तूख्वा के तीन, सिंध के दो और बलूचिस्तान के एक सदस्य का नाम शामिल हैं।

अतीत में कई मौकों पर भारत ने पाकिस्तान के सिख तीर्थस्थलों में खालिस्तानी प्रचार को लेकर अपनी चिंताएं जाहिर की हैं। संभावना है कि इस बार करतारपुर बातचीत के दौरान इस मुद्दे को दोबारा उठाया जाएगा। दूसरे राउंड की बातचीत मे भारत पाकिस्तान के सामने कई मुद्दों को उठाएगा। जिसमें अनुमति प्राप्त आगंतुकों की संख्या, बुनियादी ढांचे, तीर्थ यात्रियों की रक्षा और सुरक्षा शामिल होगी।

भारत और पाकिस्तान के बीच सुबह के नौ बजे बैठक शुरू होगी जो दोपहर को एक बजे खत्म होगी। बातचीत के बाद दोनों देश अलग-अलग प्रेस कांफ्रेंस करेंगे। भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व गृह मंत्रालय के संयुक्त सचिव (आंतरिक सुरक्षा) एससीएल दास और विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव (पाकिस्तान, अफगानिस्तान और ईरान) दीपक मित्तल करेंगे। वहीं पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व दक्षिण एशिया और सार्क महानिदेशक डॉ. मोहम्मद फैसल करेंगे।