प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आतंकवादी की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार बनाना उन लोगों को जवाब है जो हिंदू संस्कृति को आतंकवाद से जोड़ते हैं। उन्होंने कहा कि अकेली प्रज्ञा नहीं हैं जो जमानत पर बाहर हैं, और भी कई नेता जमानत पर हैं और चुनाव लड़ रहे हैं।
शुक्रवार को एक अंग्रेजी न्यूज चैनल के साथ इंटरव्यू में पीएम मोदी ने कहा कि, “प्रज्ञा ठाकुर को भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार बनाया जाना उन लोगों के लिए ‘सांकेतिक’ उत्तर है जो हिंदू संस्कृति को ‘आतंकवादी’ कहते हैं।”
पीएम मोदी का यह बयान उस विवाद के बीच आया है जो प्रज्ञा ठाकुर के मुंबई हमले के शहीद हेमंत करकरे के बारे में दिए गए बयान से खड़ा हुआ था। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा था कि हेमंत करकरे की मौत इसलिए हुई थी, क्योंकि उन्होंने हेमंत करकरे को शाप दे दिया था।
कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टियों ने प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान का विरोध किया, जिसके बाद उन्होंने अपने इस बयान को यह कहकर वापस ले लिया था कि विपक्षियों को इससे फायदा होगा।
पीएम मोदी ने इंटरव्यू में कहा कि, “विवाद कांग्रेस की मोडस ऑपरेंडी का हिस्सा हैं। समझौता एक्सप्रेस का फैसला आ गया है। क्या निकला?” उन्होंने कहा कि, “आपने बिना सबूत के… दुनिया में 5,000 साल तक जिस महान संस्कृति और परंपरा ने ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश दिया, ऐसी संस्कृति को आतंकवादी कह दिया। ” उन्होंने कहा कि उन सबको जवाब देने के लिए यह (भोपाल से उम्मीदवार) एक प्रतीक है।
गौरतलब है कि इससे पहले पिछले दिनों महाराष्ट्र के वर्धा में भी प्रधानमंत्री ने हिंदू कार्ड का इस्तेमाल करते हुए कहा था कि जहां बहुसंख्यक अल्पसंख्यक हैं वहां से नेता चुनाव लड़ रहे हैं।