रेटिंग एजेंसी फिच ने वृहद आर्थिक मोर्चे पर जोखिमों को देखते हुए भारत की रेटिंग को फिलहाल स्थिर परिदृश्य के साथ ‘बीबीबी-‘ बनाए रखने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। फिच की यह रेटिंग निवेश कोटि में सबसे नीचे है। रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि भारत के लिए वृहद आर्थिक परिदृश्य बड़ा जोखिमभरा है।
फिच ने बयान में कहा कि भारत की वास्तविक आर्थिक वृद्धि के 2017-18 के 6.7 प्रतिशत से बढ़कर 2018-19 में 7.8 प्रतिशत रहने का अनुमान है लेकिन अगले 2 वित्त वर्षों में वृद्धि दर घटेगी।
फिच की रिपोर्ट में कहा गया है कि वित्तीय स्थिति कठिन होने, वित्तीय क्षेत्र की बैलेंस शीट की कमजोरी और अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की ऊंची कीमतों से वित्त वर्ष 2019-20 और 2020-21 में वृद्धि दर के घटने का जोखिम है। एजेंसी का अनुमान है कि अगले 2 वित्त वर्षों में वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत रहेगी।
उसने कहा है कि वृहद आर्थिक परिदृश्य बड़ा जोखिमभरा है। कर्ज कारोबार में वृद्धि कम होने से बैंकिंग और गैरबैंकिंग वित्तीय क्षेत्र के लिए दिक्कतें बढ़ेंगी।