भारत- पाकिस्तान के बीच तनाव चल रहा है। इस बीच अमृतसर में धमाकों की खबर आई है। जिला प्रशासन ने रात 10:30 बजे से 11:00 बजे तक ब्लैकआउट की रिहर्सल की। इसके तुरंत बाद रात 1:15 से 1:20 के बीच अमृतसर में तीन-चार धमाकों की आवाज सुनाई दी। ये धमाके दूर-दूर तक सुनाई दिए। हालांकि, अभी तक किसी ने आधिकारिक तौर पर इसकी पुष्टि नहीं की है। माना जा रहा है कि ये आवाजें फाइटर जेट की सुपरसोनिक स्पीड की वजह से हो सकती हैं। सुपरसोनिक जेट उड़ते हैं तो धमाके जैसी आवाज आती है। धमाकों की आवाज सुनकर लोग डर गए। भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के माहौल में अमृतसर में धमाकों की खबर ने लोगों को और भी चिंतित कर दिया है। अमृतसर में हुए धमाकों की आवाज के बारे में पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत भुल्लर ने जानकारी दी।
पुलिस कमिश्नर का आया बयान
पुलिस कमिश्नर ने बताया, ‘मैंने भी धमाकों की आवाज सुनी है, लेकिन हमने मौके पर जाकर जांच की और कुछ नहीं मिला। हमने सावधानी बरतते हुए अमृतसर में ब्लैकआउट कर दिया है।’ पुलिस कमिश्नर के इस बयान से लोगों को थोड़ी राहत मिली है।
धमाकों की वजह नहीं आई सामने
हालांकि, धमाकों की असली वजह अभी तक पता नहीं चल पाई है। कुछ लोगों का मानना है कि ये आवाजें फाइटर जेट की वजह से थीं। जब कोई फाइटर जेट सुपरसोनिक स्पीड से उड़ता है, तो एक तेज धमाके जैसी आवाज आती है। इसे सोनिक बूम भी कहते हैं। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है। लोगों को शांत रहने और अफवाहों पर ध्यान न देने की सलाह दी गई है। प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और स्थिति पर नजर रख रहा है।
अमृतसर में ब्लैक आउट
इधर अमृतसर जिला प्रशासन ने शहर में ब्लैकआउट कर दिया। यह ब्लैकआउट एक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा अभ्यास का हिस्सा था। जिला लोक संपर्क अधिकारी (DPRO) ने बताया कि यह अभ्यास लोगों की सुरक्षा और तैयारी सुनिश्चित करने के लिए किया गया था।
डीपीआरओ ने जारी किया बयान
DPRO अमृतसर ने एक बयान में कहा कि अमृतसर जिला प्रशासन पूरी सावधानी बरत रहा है। उसने फिर से ब्लैकआउट की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कृपया घर पर रहें, घबराएं नहीं और अपने घरों के बाहर इकट्ठा न हों। बाहर की लाइटें बंद रखें।
यह ब्लैकआउट पूरे देश में MHA (Ministry of Home Affairs) के आदेश पर किया गया। MHA यह देखना चाहता था कि भविष्य में किसी खतरे से निपटने के लिए देश कितना तैयार है। इस अभ्यास में देश के कई महत्वपूर्ण स्थानों पर ब्लैकआउट किया गया। ASI जगतर सिंह ने ANI को बताया कि पहले अमृतसर में भी ब्लैकआउट हुआ था। ब्लैकआउट रात 10.30 बजे से 11 बजे तक आधे घंटे के लिए किया गया। सायरन बजाया गया और फिर दो मिनट के भीतर पूरी तरह से ब्लैकआउट हो गया।
कई राज्यों में ब्लैक आउट
अमृतसर के अलावा, राजस्थान, मध्य प्रदेश, गुजरात, हिमाचल प्रदेश और बिहार जैसे कई राज्यों में भी ब्लैकआउट हुआ। बारमेर, ग्वालियर, सूरत, शिमला और पटना जैसे शहरों ने भी अपनी इमारतों और सार्वजनिक स्थानों की लाइटें बंद कर दीं। दिल्ली में राष्ट्रपति भवन और विजय चौक भी अंधेरे में डूब गए। पटना के राजभवन ने भी इस अभ्यास में भाग लिया।
बुधवार को दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरु, ग्वालियर और जयपुर जैसे बड़े शहरों में भी नागरिक सुरक्षा अभ्यास किए गए। इन अभ्यासों का मकसद यह देखना था कि स्थानीय अधिकारी और नागरिक आपात स्थिति में कैसे प्रतिक्रिया करते हैं।
यह राष्ट्रव्यापी तैयारी अभ्यास भारतीय सशस्त्र बलों द्वारा बुधवार को शुरू किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद किया गया। यह ऑपरेशन पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर (PoJK) में आतंकवादी ठिकानों पर जवाबी हमला था। यह हमला 22 अप्रैल को पहलगाम, जम्मू और कश्मीर में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें एक नेपाली नागरिक सहित 26 नागरिक मारे गए थे।