नौकरानी से बनी एक्ट्रेस, पति और बच्चों को छोड़ा, कौन है ये महिला

बॉलीवुड में जितना दबदबा हीरो का रहा है, उतना ही खलनायकों की भी चर्चा रही। एक समय पर बड़े पर्दे पर अमरीश पुरी, अमजद खान, पुनीत इस्सर जैसे कलाकारों का सिक्का चलता था। इन खलनायकों के साथ-साथ कुछ महिला खलनायकों ने भी खूब कहर बरसाया। शशिकला सहगल भी इन्हीं महिला खलनायकों में से थीं। शशिकला सहगल ने अपने दौर में कई हिट फिल्मों में काम किया। अभिनेत्री ने अपने अभिनय से लोगों के दिल जीत लिए। शशिकला ने दुनिया को चार साल पहले अलविदा कर दिया था। लेकिन, कभी सिनेमा की दुनिया पर राज करने वाली शशिकला के लिए ये शोहरत का सफर इतना भी आसान नहीं रहा।

शशिकला ने 19 साल की उम्र में शादी रचा ली थी। उन्होंने ओपी सहगल से शादी की थी। शादी करने के बाद किस्मत ने साथ नहीं दिया। शादी के बाद पति का बिजनेस डूबने लगा और उस समय शशिकला भी कम पैसे कमाती थीं। इन हालातों में घर चलाना मुश्किल हो गया, ऐसे में उन्होंने डबल शिफ्ट में काम करना शुरू कर दिया। उस जमाने में फिल्म ‘जीनत’ में काम करने पर एक्ट्रेस को 25 रुपये मिले थे। इस मुश्किल के समय में घर खर्च के लिए एक्ट्रेस ने डबल शिफ्ट्स में भी काम किया। लेकिन, तंगी के चलते हालात बिगड़ने लगे और बेटी अयाह भी जरूरतों को लेकर शिकायत करने लगी।

एक इंटरव्यू में शशिकला ने बताया कि एक समय ऐसा था जब उनके साथ के सभी एक्टर और एक्ट्रेस आगे बढ़ गए और वो पीछे रह गईं, उनके लिए कुछ भी नहीं बदला, जिसकी वजह उनका शादीशुदा होना था। पति से मनमुटाव होने के कारण अभिनेत्री बच्चे और पति को छोड़कर विदेश चली गईं, जो उनकी जिंदगी की सबसे बड़ी गलती थी। इसके बाद भारत वापस लौटीं, लेकिन काम की तलाश में दर-दर भटकना पड़ा। रहने के लिए भी अपना आशियाना नहीं था, ऐसे में आश्रम और मंदिर का सहारा लिया। फिल्मों में काम ना मिलने पर शशिकला ने छोटे पर्दे पर अपनी किस्मत आजमाई और पॉपुलर सीरियल ‘सोनपरी’ में फ्रूटी की दादी के किरदार में नजर आईं। साल 2007 में भारत सरकार ने एक्ट्रेस को पद्मश्री से सम्मानित किया। शशिकला ने कई फिल्मों में बेहतरीन काम किया जिसके लिए उन्हें जाना जाता है। शशिकला ने ‘नौ दो ग्यारह’, ‘जंगली’, ‘हरियाली और रास्ता’, ‘ये रास्ते हैं प्यार के’, ‘गुमराह’, ‘हिमालय की गोद में’, ‘फूल और पत्थर’, ‘घर घर की कहानी’, ‘दुल्हन वही जो पिया मन भाये’, ‘सरगम’, ‘क्रांति’, ‘घर घर की कहानी’, ‘कभी खुशी कभी ग़म’ ‘हरियाली और रास्ता’, ‘गुमराह’, ‘हमराही’, ‘फूल और पत्थर’, ‘दादी मां’, ‘हिमालय की गोद में’, ‘छोटी सी मुलाकात’, ‘नीलकमल’, ‘पैसा या प्यार’ जैसी कई फिल्मों में बेहतरीन भूमिका निभाई थीं।

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