तख्तापलट के बाद सीरिया के ईरान को लेकर सुर बदलने लगे हैं। सीरिया के नए विदेश मंत्री असद हसन अल शिबानी ने ईरान को सख्त जवाब दिया है। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि ईरान सीरिया में अराजकता न फैलाए। बल्कि सीरिया के लोगों की इच्छा और देश की नई सत्ता का सम्मान करे। एक्स पर किए गए पोस्ट में शिबानी ने लिखा कि ईरान को सीरिया के लोगों की इच्छा, देश की नई सत्ता और सुरक्षा का सम्मान करना चाहिए। हम ईरान को आगाह करते हैं कि वे देश में अराजकता न फैलाएं। सीरिया के नए विदेश मंत्री का यह बयान ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के भाषण के जवाब में आया है। ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार को कहा था कि उनके देश की कोई छद्म सेना नहीं है। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उन्हें कार्रवाई करनी होगी तो वे खुद कर लेंगे। खामेनेई ने कहा था कि अनुमान है कि सीरिया में भी एक मजबूत और सम्माननीय समूह उभरेगा, क्योंकि आज सीरिया के युवाओं के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। उनके स्कूल, विवि, घर और सड़कें असुरक्षित हैं। युवाओं को असुरक्षा की योजना बनाने वालों और उसे लागू करने वालों के खिलाफ दृढ़ता के साथ खड़े होने की जरूरत है और उन पर जीत हासिल करनी चाहिए।
दिसंबर के शुरुआती दिनों में सीरिया में तख्तापलट हो गया और विद्रोही समूहों ने सत्ता पर कब्जा कर लिया। इसके साथ ही सीरिया में पांच दशकों से चला आ रहा बशर अल असद और उनके परिवार का शासन खत्म हो गया। तख्तापलट के बाद बशर अल असद अपने करीबी सहयोगियों के साथ देश छोड़कर भाग गए। बशर के रूस भागने की खबर है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, बशर अल असद 8 दिसंबर को सीरिया के तट पर स्थित रूस के एयरफील्ड से मॉस्को के लिए रवाना हो गए थे।