मोहाली में आरोपियों ने एक व्यापारी से संपर्क करके उसे बताया कि वे सरकारी एजेंसी के कर्मचारी हैं और उसे दो हजार टन गेहूं और धान का स्टॉक जल्द ही उपलब्ध करवाने का वादा किया। व्यापारी ने आरोपियों की बातों पर भरोसा कर 20 लाख रुपये उन्हें एडवांस भुगतान किया। हालांकि, जब व्यापारी ने बाद में संपर्क करने की कोशिश की, तो आरोपी गायब हो चुके थे। इस घटना की जानकारी मिलने पर व्यापारी ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तुरंत कार्रवाई की और चार आरोपियों, जिनमें एक महिला भी शामिल है, की पहचान कर ली।
एसएसपी दीपक पारीक ने बताया कि पुलिस टीम आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है और जल्द ही उन्हें अरेस्ट किया जाएगा। ये मामला न केवल ठगी का है, बल्कि ये सरकारी सिस्टम में फर्जीवाड़े के बढ़ते मामलों की ओर भी इशारा करता है। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी सरकारी कर्मचारी के साथ सौदा करने से पहले उसकी पहचान की पुष्टि करें और किसी भी प्रकार की धोखाधड़ी के मामलों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।