तमिलनाडु के त्रिची से शारजाह जा रहे एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान में तकनीकी खराबी आने के बाद जांबाज पायलटों ने बड़ा साहस दिखाया, जिसके चलते विमान में सवार 140 यात्रियों की जान बचाई जा सकी। करीब ढाई घंटे तक विमान हवा में रहा। पायलट इकरोम रिफाडली फहमी जैनल और सह-पायलट मैत्रेई श्रीकृष्ण शितोले के काफी प्रयासों के बाद विमान की सुरक्षित लैंडिंग हो सकी। विमान को सुरक्षित लैंड कराने के बाद दोनों पायलट तिरुचिरापल्ली हवाई अड्डे से रवाना हुए। एयरपोर्ट प्रबंधन के मुताबिक, 140 यात्रियों को लेकर एयर इंडिया एक्सप्रेस के विमान AXB613 ने त्रिची से शाम 5:40 बजे शारजाह के लिए उड़ान भरी थी। विमान जैसे ही रनवे से हवा में पहुंचा तो उसके हाइड्रोलिक सिस्टम में खराबी आ गई। इसके बाद पायलट ने एयरपोर्ट प्रबंधन को सूचना दी। एयरपोर्ट प्रबंधन ने बताया कि विमान को उतरने में समस्या हो रही थी। ईंधन कम करने के लिए विमान को हवा में ही उड़ाया गया। करीब ढाई घंटे तक विमान हवा में चक्कर काटता रहा। काफी देर से त्रिची एयरपोर्ट के पास चक्कर काटने के चलते 140 यात्रियों की जान अटकी रही। वहीं, आपात स्थिति को देखते हुए एयरपोर्ट पर एंबुलेंस और फायर बिग्रेड बुलाई गईं। काफी देर तक चले प्रयास के बाद रात 8:20 बजे विमान की त्रिची एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग कराई गई।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय के मुताबिक, विमान की स्थिति पर डीजीसीए लगातार नजर रख रहा था। इसके साथ ही हवाई अड्डे को अलर्ट मोड में रखा गया था। विमान की सुरक्षित लैंडिंग होने के बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली। एयर इंडिया की ओर से कहा गया कि परिचालन दल द्वारा आपातकाल घोषित नहीं किया गया था। तकनीकी खराबी की सूचना देने के बाद सुरक्षित एहतियाती लैंडिंग से पहले रनवे की लंबाई को ध्यान में रखते हुए ईंधन और वजन को कम करने के लिए विमान ने एहतियात के तौर पर निर्दिष्ट क्षेत्र में कई बार चक्कर लगाए। गड़बड़ी के कारणों की विधिवत जांच की जाएगी। यात्रियों के लिए वैकल्पिक विमान की व्यवस्था की है।