रायबरेली: डीह थाना क्षेत्र के वीरपुर मजरे बरावां ब्लॉक छतोह निवासी अनिल कुमार विश्वकर्मा पुत्र रामलखन ने बताया की उनकी पत्नी मंजू विश्वकर्मा गर्ववती अवस्था मे गांव के आशा की शिफारिश से गंगोत्री हॉस्पिटल मटियरवा चौराहा परशदेपुर मे भर्ती कराया गया जहां डाक्टरों ने पहले तो ये कहा कि गर्व नोरमल हो जायेगा उसके बाद डाक्टर रोब दिखाते हुए कहा कि अपरेशन करना पडेगा जिसमे खर्चा पचीस हजार बताया जो पीड़ित के पास उस समय सिर्फ 15000 हजार रूपए लिए थे पीड़ित ने जब डाक्टर से कहा तो उसने सीधा इंकार कर दिया बोला कि गर्व कराना है तो अपरेशन के 25000हजाररुपये ले कर आवो नही तो नही हो पायेगा लचार हो कर पीड़ित पैसे के लिए अपने घर आकर किसी तरह 10000 का बेवस्था कर के गया तो वहां पत्नी की मृत्यु हो चुकी थी मृत्यु पत्नी के बारे में जब डाक्टर से बात की तो डाक्टर साहब उल्टा उसी को बुरा भला कह कर अस्पताल से भगा दिया जहां डीह थाना के पुलिस को जब घटना की जानकारी हुई तो डीह थाने पुलिस मौके पर पहुंच विधिक कार्यवाही करते हुए हॉस्पिटल को सीज करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा