भाजपा की दूसरी सूची जारी होने के बाद पार्टी के कई और नेताओं ने बगावत कर दी है। युवा नेता देवेंद्र कादियान ने टिकट नहीं मिलने पर भाजपा पर 100 करोड़ रुपये देकर टिकट देने का आरोप लगाया।
भारतीय कुश्ती संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कादियान ने फेसबुक पर लाइव आकर पार्टी छोड़ने और आजाद उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ने का एलान किया।
कादियान के अलावा पार्टी के छह और नेताओं ने भी टिकट नहीं मिलने पर भाजपा छोड़ने का एलान किया। इनमें असंध के पूर्व विधायक जिले राम शर्मा, भाजपा किसान मोर्चा के अंबाला जिला प्रभारी सोनू हरयौली, प्रदेश प्रवक्ता सत्यव्रत शास्त्री, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष यादव, रेवाड़ी से भाजपा नेता सतीश यादव और नारनौल से पूर्व जिला प्रधान व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिवकुमार मेहता ने भी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा के तीन बागियों को आम आदमी पार्टी ने मंगलवार को अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतार दिया।
भाजपा छोड़ने वाले देवेंद्र कादियान गन्नौर से टिकट मांग रहे थे। भाजपा ने यहां से देवेंद्र कौशिक को टिकट दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने 100 करोड़ रुपये में टिकट दिया है। टिकट कटने के मामले में उन्होंने त्रिपुरा के एक नेता पर भी आरोप लगाए।
कादियान ने कहा कि देवेंद्र कौशिक व उनके भाई पूर्व सांसद रमेश कौशिक ने सोनीपत के लोकसभा प्रत्याशी रहे मोहन लाल बड़ौली का चुनाव में विरोध किया और पार्टी ने उन्हें ही टिकट थमा दिया। उन्होंने कहा कि वह 12 सितंबर को नई अनाज मंडी में कार्यकर्ताओं के साथ जनसभा करेंगे। इसके बाद बतौर निर्दलीय प्रत्याशी नामांकन करेंगे।
उधर, भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कौशिक ने कहा कि भाजपा में टिकट रुपये देकर नहीं लिया जा सकता। आरोप सरासर गलत है। टिकट का फैसला संगठन व राष्ट्रीय नेतृत्व का है। कुछ कार्यकर्ता नाराज हुए हैं, उन्हें मना लिया जाएगा। गन्नौर से विधायक निर्मल चौधरी ने टिकट न मिलने पर कहा कि पार्टी का फैसला सर्वोपरि है। टिकट न मिलने से कोई नाराजगी नहीं है। वह भाजपा प्रत्याशी देवेंद्र कौशिक की मदद करेंगी। टिकट खरीदने या बेचने के आरोप में दम नहीं है।
अरविंद शर्मा का विरोध जारी
गोहाना में डॉ. अरविंद शर्मा को टिकट देने के विरोध में मंगलवार को स्थानीय नेताओं ने महाबैठक बुलाई। इसमें निर्णय लिया गया कि सभी कार्यकर्ता एक उम्मीदवार का चयन करेंगे और उसी को निर्दलीय के रूप में गोहाना विधानसभा क्षेत्र से उतारा जाएगा।
महम : राधा अहलावत लड़ेंगी निर्दलीय चुनाव
टिकट न मिलने से नाराज भाजपा नेता शमशेर खरकड़ा की पत्नी राधा अहलावत महम हलके से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगी। खरकड़ा, बहलबा व भराण में पंचायत के बाद मंगलवार को राधा अहलावत ने यह निर्णय लिया।
नारनौल : पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष ने छोड़ी भाजपा
पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष व प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष संतोष यादव ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। अब वह निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। इसके अलावा पूर्व जिला प्रधान व प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य शिवकुमार मेहता ने भी सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। भाजपा की प्रदेश प्रशिक्षण टोली के सदस्य सत्यव्रत शास्त्री ने पार्टी से त्यागपत्र दे दिया है।
रेवाड़ी : सतीश यादव पत्नी संग आप में शामिल
भाजपा नेता सतीश यादव और उनकी पत्नी उमा यादव मंगलवार को आप में शामिल हो गईं।
असंध : पूर्व विधायक ने छोड़ी पार्टी
पूर्व विधायक जिलेराम शर्मा ने पार्टी छोड़ने का एलान कर दिया है। उन्होंने 11 सितंबर को समर्थकों की बैठक बुलाई है। इसमें वह निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान कर सकते हैं।
कलायत : पूर्व मंत्री का विरोध जारी
पूर्व राज्यमंत्री कमलेश ढांडा को टिकट देने का विरोध जारी है। हालांकि विरोध में उतरे लोगों ने मंगलवार को प्रस्तावित महापंचायत रद्द कर दी। अब बुधवार को महापंचायत होगी।
हिसार: तीन बागियों ने भरा परचा
हिसार में भाजपा से बागी प्रो. छत्रपाल ने आप के टिकट पर बरवाला से नामांकन भरा। भाजपा के जिला पार्षद महंत दर्शन गिरी ने बरवाला से निर्दलीय के तौर पर परचा दाखिल किया। हिसार विधानसभा क्षेत्र के जिला उपाध्यक्ष तरुण जैन ने निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर नामांकन किया है।वहीं, भाजपा प्रत्याशी डॉ. कमल गुप्ता के नामांकन से निवर्तमान मेयर गौतम सरदाना व पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने कार्यक्रम से दूरी बनाए रखी।
चरखी दादरी : भाजपा प्रत्याशी का करेंगे विरोध
गांव मांढ़ी में समर्थकों बैठक में पूर्व विधायक सुखविंद्र मांढ़ी ने कहा कि भाजपा ने जानबूझकर गलत फैसला लिया है। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी का विरोध करने का फैसला लिया।
फतेहाबाद : कांग्रेस का टिकट मिलने से पहले चुनाव लड़ने का एलान
कांग्रेस से टिकट के दावेदार अनिल ज्याणी ने टिकट मिलने से पहले ही नामांकन का एलान कर दिया है। वह 12 सितंबर को नामांकन करेंगे।
किसी भी प्रकार के रोष को दूर करने के लिए पार्टी संगठन तत्पर : बड़ौली
पार्टी को चुनाव के चलते अहम फैसले लेने पड़ते हैं और जो फैसले लिए जा रहे हैं उन पर कोई संदेह नहीं है। विधानसभा चुनाव के चलते पार्टी कार्यकर्ताओं में किसी भी स्तर पर नाराजगी व अंसतोष उत्पन्न होता है तो पार्टी संगठन उसे दूर करने के लिए तत्पर है। पार्टी संगठन हर समस्या का समाधान करने में सक्षम है।