भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने 11 नए सदस्यों के निर्विरोध चुनाव के बाद राज्यसभा में बहुमत का आंकड़ा सफलतापूर्वक पार कर लिया है।
बता दें कि राज्यसभा में कुल 245 सीटें हैं, लेकिन आठ मौजूदा रिक्तियों, जिनमें से चार जम्मू-कश्मीर से और चार नामांकित हैं, के साथ सदन की वर्तमान ताकत 237 है। इस तरह से बहुमत का आंकड़ा 119 हो गया है। एनडीए ने सफलतापूर्वक इस आंकड़े को पार कर लिया है। एनडीए के पास अब कुल 121 सीटें हैं। वहीं अब राज्यसभा में एनडीए के बहुमत के आंकड़े को पार करने के बाद प्रमुख कानून पारित करने में सरकार को आसानी होगी। इसके अलावा कांग्रेस के एक सदस्य राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं।
दरअसल, अपने नौ सदस्यों के निर्विरोध निर्वाचन के बाद राज्यसभा में भाजपा की ताकत बढ़कर 96 हो गई है। इसके साथ ही एनडीए के पास उच्च सदन में कुल 121 सीटें हो गई हैं। इस बीच, एनडीए के सहयोगी दलों के दो सदस्य, जिनमें अजित पवार के गुट एनसीपी और राष्ट्रीय लोक मंच के एक-एक सदस्य भी शामिल हैं, जिनको भी निर्विरोध चुना गया। इसके अतिरिक्त, सत्तारूढ़ गठबंधन को छह नामांकित सदस्यों और एक स्वतंत्र सदस्य का समर्थन प्राप्त है।
कौन हैं 12 निर्विरोध निर्वाचित उम्मीदवार : निर्विरोध चुने गए भाजपा उम्मीदवारों में असम से मिशन रंजन दास और रामेश्वर तेली, बिहार से मनन कुमार मिश्रा, हरियाणा से किरण चौधरी, मध्य प्रदेश से केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन, महाराष्ट्र से धैर्यशील पाटिल, ओडिशा से ममता मोहंता, राजस्थान से रवनीत सिंह बिट्टू और त्रिपुरा से राजीव भट्टाचार्जी की निर्विरोध जीत दर्ज हुई है। वहीं भाजपा के सहयोगी दल एनसीपी (अजीत पवार) के नितिन पाटिल ने महाराष्ट्र और राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने बिहार से निर्विरोध चुनाव जीता है। इसके अलावा कांग्रेस के अभिषेक मनुसिंघवी ने तेलंगाना से राज्यसभा चुनाव में जीत दर्ज की है।