बाइक सवार दबंगों ने दो साधुओं की पिटाई कर दी। इससे आहत एक साधु ने शनिवार को गंगा नदी में छलांग लगा दी। साधुओं का कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने आरोपियों को चप्पल पहनकर मंदिर के अंदर जाने से रोक दिया था। पुलिस ने गोताखोरों के माध्यम से नदी में साधु की खोजबीन कराई, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका।
ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के खरौली गांव के पास गंगा नदी के किनारे सोई बाबा की कुटी है। यहां फतेहपुर जिले के थाना हुसैनगंज के बजरंगापुर निवासी गंगादास आठ माह से रह रहे हैं। कुटी में हनुमान मंदिर है। गंगादास ने बताया कि दो माह पहले गंगा की परिक्रमा करते हुए जा रहे कासगंज निवासी 50 वर्षीय एक साधु बरसात के चलते कुटी में रुक गए थे, तब से वह यहीं मंदिर में रहते थे।
शुक्रवार शाम दो बाइक पर सवार पांच लोग आए और हम लोगों की पिटाई कर दी। शनिवार सुबह तक कुटी से भाग जाने को कहा। न जाने पर गंगा में फेंकने की धमकी दी थी। मारपीट से 50 वर्षीय साधु गुमसुम हो गया था। उन्होंने पूजा पाठ भी नहीं किया। पिटाई से आहत होकर शनिवार को पूर्वाह्न 11 बजे नदी में छलांग लगा दी। जब तक हम लोग मौके पर पहुंचकर साधु को बचाने का प्रयास करते, तब तक वह डूब चुके थे। घटना से लोगों में आक्रोश है।
ग्रामीणों ने बाबा को गंगा नदी में फेंककर हत्या किए जाने की आशंका जताई है। कोतवाली प्रभारी अनिल कुमार सिंह ने बताया कि मामले की जांच कराई जा रही है। नदी में डूबे साधु की खोजबीन कराई जा रही है।