आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह एक बार फिर जल्द जेल की सलाखों के पीछे पहुंच सकते हैं, क्योंकि उत्तर प्रदेश की अदालत ने 23 साल पुराने मामले में संजय सिंह की गिरफ्तारी का आदेश दिया।
कोर्ट ने पुलिस से संजय सिंह को 28 अगस्त को अपने सामने पेश करने का आदेश दिया है। दरअसल, जिस मामले में यूपी कोर्ट ने संजय सिंह को तत्काल अरेस्ट करने का आदेश दिया है ये मामला 2001 का है। इस केस में आप सांसद संजय सिंह पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और पुलिसकर्मियों से मारपीट करने का आरोप लगा था। दरअसल, आप नेता संजय सिंह और उनके समर्थकों की लखनऊ में पुलिसकर्मियों से झड़प हुई थी जिसके बाद पुलिस ने संजय सिंह के खिलाफ लखनऊ के हजरतगंत थाने में एफआईआर दर्ज की थी हालांकि, इस मामले में संजय सिंह ने खुद को निर्दोष बताया है और कहा है कि यह राजनीतिक साजिश है।
कोर्ट ने जारी किया गैर जमानती वारंट : इस मामले में अदालत ने पहले भी कई बार संजय सिंह को समन भेजा था, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। अब अदालत ने उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया है और उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया है।
कोर्ट ने अपने आदेश में क्या कहा : अदालत ने अपने आदेश में कहा कि संजय सिंह को कई बार समन भेजे गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुए थे। इसलिए अब उनकी गिरफ्तारी का आदेश दिया गया है ताकि मामले की सुनवाई आगे बढ़ सके। माना जा रहा है कि जल्द इस केस में कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।
क्या बोले संजय सिंह के वकील: कोर्ट के इस आदेश के बाद संजय सिंह का जेल जाना तय माना जा रहा है। हालांकि कोर्ट के इस आदेश पर आप सांसद संजय सिंह के वकील ने कहा है कि वो इस आदेश के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील करेंगे और उम्मीद है कि कोर्ट से संजय सिंह को राहत और न्याय मिलेगा।
क्या बोले संजय सिंह: संजय सिंह ने कहा से मेरे खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र है। मैं न्यायपालिका पर पूरा भरोसा रखता हूं और मुझे उम्मीद है कि मुझे न्याय मिलेगा।” वहीं AAP के नेताओं ने इसे भाजपा की साजिश बताया है और कहा है कि संजय सिंह को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।