बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के एक शीर्ष सलाहकार ने सोमवार को कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के भारत में रुकना दोनों देशों के द्विपक्षीय रिश्तों को प्रभावित नहीं करेगा और ढाका हमेशा नई दिल्ली के साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखने की कोशिश करेगा। विदेशी मामलों के सलाहकार मोहम्मद तोहीद हुसैन ने उस सवाल के जवाब में कहा, जिसमें पूछा गया था कि क्या हसीना के भारत में लंबे समय तक रहने से भारत के साथ द्विपक्षीय संबंध प्रभावित होंगे। उन्होंने कहा, यह एक काल्पनिक सवाल है। अगर कोई किसी देश में रहता है, तो उस विशेष देश के साथ संबंध क्यों प्रभावित होंगे? ऐसा होने की कोई वजह नहीं है।
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना, पिछले हफ्ते विवादित नौकरी कोटा प्रणाली के खिलाफ छात्रों के व्यापक विरोध के बाद देश छोड़कर भारत आ गई थीं। इससे पहले उन्होंने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा भी दे दिया था। वहीं भारत और बांग्लादेश के संबंधों पर बोलते हुए हुसैन ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों का मतलब रुचि और दोस्ती से है। दोस्ती तब नहीं रहती जब रुचि प्रभावित होती है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत के बीच रुचियां हैं और वे उन्हीं रुचियों का पालन करेंगे। मोहम्मद तोहीद हुसैन ने कहा कि वे हमेशा अच्छे रिश्ते बनाए रखने की कोशिश करेंगे। उन्होंने इससे पहले ढाका में तैनात राजनयिकों, जिसमें भारत के उच्चायुक्त प्रणय वर्मा भी शामिल हैं, को बांग्लादेश की स्थिति की जानकारी दी और समर्थन मांगा। हुसैन ने कहा, हम विश्वास करते हैं कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सभी मित्र और साझेदार हमारे अंतरिम सरकार और लोगों के साथ खड़े रहेंगे जैसे हम बांग्लादेश के लिए एक नया भविष्य तैयार करेंगे।