उत्तर प्रदेश के अयोध्या में नाबालिक गैंगरेप केस में अब राजनीतिक गरमा गई है। इस मामले में समाजवादी पार्टी पूरी तरह से घिरती दिख रही है। जिस पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक यानी पीडीए राजनीति के सहारे अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव 2024 में भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ बढ़त बनाई थी, अब उस पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। दरअसल, अयोध्या में निषाद समुदाय से आने वाली नाबालिक लड़की के साथ गैंगरेप का मामला सामने आया। इस मामले में सपा के स्थानीय नेता मोईद खान पर आरोप लगे हैं। सपा नेताओं ने इस मुद्दे के राजनीतिकरण का आरोप लगाया है। वहीं, भाजपा की ओर से समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव तक घेरे जा रहे हैं।
गैंगरेप केस में अब तक समाजवादी पार्टी के सीनियर नेताओं की ओर से आरोपी मोईद खान के खिलाफ कोई बड़ा बयान नहीं आया है। पार्टी नेता बच-बचकर इस मामले में बयान देते दिख रहे हैं। समाजवादी पार्टी के इस प्रकार के बयानों को अब भारतीय जनता पार्टी ने निशाने पर ले लिया है। भाजपा नेताओं का कहना है कि अल्पसंख्यक वोट बैंक की राजनीति के लिए इस घिनौनी वारदात पर भी सपा नेता बोलने से बच रहे हैं। वहीं, केशव प्रसाद मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के कोर्ट के मामले की जांच किए जाने संबंधी बयान पर पलटवार किया है।
केशव मौर्य ने क्या कहा ?
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव के बयान पर करारा हमला बोला है। अखिलेश यादव को कांग्रेस का मोहरा बताते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि निषाद समाज की पीड़ित बेटी के मामले में पहले आप पीडीए भूल डीएनए और अब न्यायालय की बात कर गुमराह न करें। आपको वोट बैंक के नाराज होने की चिंता है। प्रदेशवासियों को दोषी को दंड और पीड़ित को न्याय दिलाने की अपेक्षा है। सरकार अपनी जिम्मेदारी निभाएगी। दरअसल, अखिलेश यादव ने पहले पीड़िता के डीएनए जांच की मांग की थी। वहीं, अब उन्होंने न्यायालय से पूरे मामले की जांच करने की बात कही है।
अखिलेश का आया है बयान
अखिलेश यादव ने अयोध्या की घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने योगी सरकार से पीड़िता के अच्छे मेडिकल जांच और इलाज कराने की अपील की है। साथ ही, उन्होंने कहा है कि पीड़िता के जीवन की रक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है। सपा अध्यक्ष ने कोर्ट से इस मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है। स्थिति की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए उसकी हरसंभव सुरक्षा की मांग भी की है। उन्होंने कहा है कि बदनीयत लोगों की इस प्रकार की घटनाओं के राजनीतिक कारण का मंसूबा कामयाब नहीं होने देना चाहिए। इसी बयान पर अब केशव प्रसाद मौर्य जवाबी हमला करते दिख रहे हैं।