लखनऊ: सीएम ने गोरखपुर में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान में कैंसर सिंकाई में प्रयुक्त अत्याधुनिक मशीन वेरियन हेल्सियन का किया लोकार्पण

लखनऊ,(द दस्तक 24 न्यूज़) 05 जुलाई 2024 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर की गीता वाटिका में हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल एवं शोध संस्थान में कैंसर रोगियों हेतु कैंसर सिंकाई में प्रयुक्त अत्याधुनिक मशीन वेरियन हेल्सियन का लोकार्पण किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज वेरियन हेल्सियन मशीन की सुविधा गोरखपुर को प्राप्त हो रही है, जिससे प्रतिदिन 150 कैंसर रोगियों को रेडियोथेरेपी की उत्तम सेवा प्राप्त होगी। इसके लिए हनुमान प्रसाद पोद्दार कैंसर अस्पताल का प्र्रबंधन बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि हमें समय के साथ चलना चाहिए। यदि कोई संस्थान समय के अनुरूप नहीं चलता है, तो हमारी पहचान समाप्त हो जाती है। यदि हममें समय से आगे चलने का सामर्थ्य होगा, तो ही हम समाज की स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का हिस्सा बन पाएंगे। यह व्यक्ति, समाज व संस्थान सभी के लिए लागू होता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि जब हम किसी गरीब या पीड़ित के साथ खड़े होते हैं, तो वह आत्मिक संतुष्टि या मोक्ष से कम नहीं होता है। भाई जी हनुमान प्रसाद पोद्दार जी का जीवन लोगों के कल्याण के लिए समर्पित था। उन्होंने नर सेवा को ही नारायण सेवा माना था। भाई जी का ध्येय वाक्य था कि यदि हम नर सेवा को नारायण सेवा मानकर करते हैं, तो हम सच्ची मानवता की सेवा करते हैं। विगत 50 वर्षों से उनके ध्येय को अपनाते हुए यह अस्पताल गोरखपुर सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश को सेवा का लाभ प्रदान कर रहा है। यह संस्थान आज की आवश्यकता के अनुसार नित नई तकनीक अपनाकर सेवा प्रदान करता रहेगा। सरकार भी प्रत्येक स्तर पर अपना सहयोग प्रदान करती रहेगी।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज मेडिकल हेल्थ में नित नये अनुसंधान हो रहे हैं। यदि हम इससे नही जुड़ेंगे, तो हम पीछे रह जाएंगे। लोग हमारे पास नहीं आएंगे, बल्कि जहां अच्छी सुविधा प्राप्त होगी, वहां चले जाएंगे और वहीं उपचार कराएंगे। स्वाभाविक रूप से लोग वहां इलाज करवाएंगे, जहां अत्याधुनिक सुविधा के साथ डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ का व्यवहार अच्छा होगा। किसी संस्थान को आगे बढ़ने के लिए दो चीजें जरूरी होती हैं। पहला, संस्थान के पास जो टीम है, वह संवेदनशीलता से परिपूर्ण हो तथा जो पीड़ित की संवेदना से स्वयं को जोड़ सके। जिसमें गरीब के दुःख को अपना दुःख समझकर कार्य करने की प्रेरणा हो। संस्थान के लिये दूसरी जरूरी चीज यह है कि चिकित्सालय समय से अपने आप को 10 कदम आगे रखने की सामर्थ्य रखे। वह नयी तकनीक से जुड़कर आगे बढ़े।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि हम नई चिकित्सा तकनीक से युक्त सुविधा के साथ नहीं जुड़ेंगे, तो हम पीछे रह जाएंगे। आज यह अस्पताल नई तकनीक से युक्त स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करा रहा है। पहले भी इस संस्थान में पुरानी तकनीक के स्थान पर वर्ष 2019 में इंट्रा रेडियो थेरेपी की स्थापना की गयी थी। उसके उपरान्त संस्थान ने दुनिया से प्राप्त एक नयी तकनीक मल्टीपल वेरियन मशीन की स्थापना का कार्य भी किया है। इसके बाद यह संस्थान यहां लगातार अन्य सुविधाओं को बढ़ाने का कार्य कर रहा है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पहले जब किसी परिवार में कैंसर होता था, तो पूरा परिवार टूट जाता था। वह इलाज के लिए असहाय रहता था। परिवार व रिश्तेदार मुँह मोड़ लेते थे। आज उस रोगी को स्वयं की क्षमता के साथ सरकार की विभिन्न योजनाओं-आयुष्मान भारत योजना तथा मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ भी प्राप्त हो रहा है। यदि कैंसर मरीज को किसी कारण से इन सुविधाओं की प्राप्ति नहीं हो पाती, तो मुख्यमंत्री राहत कोष से उसके इलाज की व्यवस्था की जाती है। वह उत्तम आरोग्यता के साथ जीवन में आगे बढ़ता है।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्ष 1976 में प्रारम्भ यह संस्थान अगले वर्ष अपनी स्थापना के 50 वर्ष पूर्ण करेगा। इसकी स्थापना के 50 वर्षां की सफलता की गाथा का अवलोकन करने का सुअवसर हम सबको प्राप्त होगा। इन वर्षां में संस्थान की उपलब्धि, सुविधा प्राप्त करने वाले लोगां की संख्या, संस्थान से उपचार के उपरान्त नया जीवन पाने वाले लोगां आदि के अवलोकन के साथ अपनी कमियों को दूर कर नई तकनीक से जोड़ने को भी जानने का अवसर प्राप्त होगा।

मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आज धर्मार्थ संस्थाओं को शिक्षा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में बहुत कुछ करने की आवश्यकता है। केवल सरकार पर निर्भर न रहकर उन्हें अपने स्तर से कार्य करने की आवश्यकता है। सरकार भी अपने स्तर से लोगों के इलाज की व्यवस्था करने के साथ इन संस्थानां के सहयोग के लिए बहुत कुछ कार्य कर रही है। अत्याधुनिक सुविधा प्रदान करने के लिए यह अस्पताल एवं शोध संस्थान धन्यवाद का पात्र है। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारी गण उपस्थित थे।