ग्रेटर नोएडा,ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा “लैंड बैंक” के लिए किसानों से जमीन खरीदी जा रही है। इसको लेकर प्राधिकरण ने योजना बना ली। प्राधिकरण ने अपने क्षेत्र के दस गांवों में जाकर जमीन खरीदने का फैसला लिया है। जिसमें कैंप लगाकर किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। वहीं, दूसरी ओर कुछ किसान इस योजना का विरोध कर रहे है। किसानों की मांग है कि मुआवजे की राशि को बढ़ाया जाए।
इन गांवों की जमीन होगी अधिग्रहण
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के एक बड़े अफसर ने बताया कि उनके क्षेत्र में स्थित खेड़ी, सुनपुरा, खोदना, वैदपुरा, भोला रावल, अच्छेजा, लड़पुरा, जौन समाना, तिलपता करनवास और भनौता गांव में किसानों से जमीन खरीदी जाएगी। इन गांवों में प्राधिकरण के अफसर जाएंगे।
कब से लगेगा कैंप
उन्होंने बताया कि 1 जुलाई से लेकर 9 जुलाई तक गांवों में कैंप लगेगा। इसमें किसान अपनी मर्जी से जमीन देकर मुआवजा ले सकते हैं। इस जमीन को आगामी मास्टर प्लान के तहत विकसित किया जाएगा। इसके अलावा जिले में आने वाली कंपनियों और फेक्ट्री लगाने वालों को जमीन दी जाएगी।
किसानों में भारी आक्रोश
खेड़ी गांव के किसानों का कहना है कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण मुफ्त में किसानों की जमीन लेना चाहता है। ऐसा पिछले करीब 10 सालों से हो रहा है। किसानों को उनकी जमीन का पूरा हक और मुआवजा नहीं दिया जाता। इसको लेकर किसान विरोध कर रहे हैं। लैंड बैंक में जमीन एकत्रित करने के लिए प्राधिकरण ने योजना चलाई, लेकिन पहले ही दिन उनकी योजना फेल हो गई। शुरुआत खेड़ी गांव से हुई थी, लेकिन पहले दिन ही खेड़ी गांव के निवासियों ने इसका विरोध कर दिया। किसानों की मांग है कि उनको उचित मुआवजा दिया जाए। इसके साथ उनकी सभी मांगों को पूरा किया जाए।
जमीन का फिर क्या होगा?
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आगामी प्रोजेक्ट और मास्टर प्लान के लिए किसानों से जमीन खरीदना चाहता है। इस जमीन को लैंड बैंक में एकत्रित करेंगे और फिर उसके बाद आने वाले समय में उद्योगपति को दे देंगे। इसके अलावा जिले में आने वाली कंपनियों और फेक्ट्री लगाने वालों को जमीन दी जाएगी।