योगेश वर्मा ने अपनी ही पार्टी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें हार का जिम्मेदार ठहराया है

लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद राजनीतिक दलों में सियासी घमासान जारी है। पश्चिमी यूपी में भाजपा से पूर्व मंत्री संजीव बालियान और पूर्व विधायक संगीत सोम के बीच आपसी टकराव थम नहीं रहा। भाजपा के बाद अब सपा में सियासी घमासान सामने आ गया है। मेरठ-हापुड़ लोकसभा सीट पर चुनाव हारी सपा प्रत्याशी पूर्व मेयर सुनीता वर्मा के पति योगेश वर्मा ने पार्टी में अपने विरोधी खेमे पर जमकर भड़ास निकाली है।
हस्तिनापुर सीट से पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने अपनी ही पार्टी नेताओं पर निशाना साधते हुए उन्हें हार का जिम्मेदार ठहराया है। साथ ही कहा है किसी के बाप में दम नहीं जो मेरा नुकसान करा सके।
योगेश वर्मा सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के करीबी माने जाते हैं। योगेश वर्मा ने अपनी पत्नी की लोकसभा चुनाव में हुई हार के बाद सोशल मीडिया पर दर्द बयां किया।
मेरठ में पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा बीजेपी प्रत्याशी अरुण गोविल से चुनाव हारी हैं। नतीजों के 18 दिन बाद पूर्व एमएलए योगेश वर्मा का गुस्सा बाहर आया।
योगेश वर्मा ने कहा लोग कह रहे हैं योगेश वर्मा बिक गया, रही बात खरीद फरोख्त की तो योगेश वर्मा की मूछ का बाल खरीदकर दिखा देना तुम्हारे बाप में दम हो तो। राजनीति कर रहा हूं मजबूती से राजनीति करूंगा। तुम परेशान तो हो कि योगेश वर्मा को हारने के बाद भी समाज और आवाम ने अपना नेता माना, पांच लाख 36 हजार वोट दी।
मुस्लिम और दलितों का शुक्रिया। जितनी वोट दलित मुस्लिम ने मुझे दी है उतनी लेकर दिखा देना, पूरी ताकत लगाई तो थी पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट मिली। मेरे आवाम, समाज और जनता को पता लग गया है कि तुमने क्या किया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के लिए जान दे दूंगा, तुम क्या कर रहे हो सबको पता चल गया। सुनीता वर्मा को पांच लाख 35 हजार 884 वोट मिली हैं। पिछले चुनाव में एक सवा लाख वोट ही ले पाए और तीसरे नंबर पर आ गए, जबकि योगेश वर्मा यानी उनकी पत्नी को लोकसभा चुनाव में करीब पांच लाख 36 हजार वोट मिली। मैं इतने लोगों के दिलों पर राज करता हूं, जबकि वो अपनी स्थिति देखें।
पूर्व मेयर रह चुकी हैं सुनीता वर्मा
सपा एमएलए अतुल प्रधान की पत्नी सीमा प्रधान ने मेरठ से महापौर का चुनाव लडा था और वो चुनाव ही नहीं हारी बल्कि तीसरे स्थान पर रही थीं। बीजेपी के हरिकांत अहलूवालिया चुनाव जीते थे और एआईएमआईएम के मोहम्मद अनस दूसरे नंबर पर रहे थे। वहीं सुनीता वर्मा बसपा के टिकट पर मेयर का चुनाव जीत चुकी हैं। योगेश वर्मा ने सरधना से सपा विधायक अतुल प्रधान का नाम लिए बिना अपनी बातों में उन पर निशाना साधा है। फेसबुक पेज पर लाइव आकार तमाम आरोप लगाए।
मेरठ लोकसभा सीट पर समाजवादी पार्टी ने सबसे पहले सुप्रीम कोर्ट में अधिवक्ता भानू प्रताप सिंह को टिकट दिया था। कुछ दिन बाद ही उनका टिकट काट दिया गया था। इसके बाद अखिलेश यादव में मेरठ सरधना विधानसभा सीट से सपा विधायक रहे अतुल प्रधान को टिकट थमा दिया, लेकिन इसके बाद एमएलए अतुल प्रधान का भी टिकट काटकर पूर्व एमएलए योगेश वर्मा की पत्नी सुनीता वर्मा को टिकट दिया।