एटा: मुख्यमंत्री के निर्देश का नहीं हो रहा पालन?

एटा: सोसल मीडिया पर जसरथपुर फीटर के अंतर्गत गांव जितोलाभान के एक किसान का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक किसान की मक्के की फसल बिजली न आने से सूख गई।
जिले के कस्बा जैथरा में अघोषित कटौती ने किसानों को परेशान कर रखा है। इसकी सबसे बड़ी मार फसलों पर पड़ रही है। पर्याप्त बिजली न मिलने के कारण फसलें सूख रही है। एक दिन की सिंचाई वाला काम तीन से चार दिन में हो पा रहा है। इससे फसल की लागत बढ़ती है। मजदूरों को भी अधिक पैसे देने पड़ रहे है।
जिले में इस समय अघोषित बिजली कटौती का सिलसिला जारी है। गांवों व कस्बों के हालात बहुत खराब हैं। गांवों में मुश्किल से चार से पांच घंटे ही बिजली आ रही है। इतनी कम आपूर्ति मिलने से किसान फसलों की सिंचाई नहीं कर पा रहे हैं। हालात यह है जिस खेत की सिंचाई करने में एक दिन का समय लगता है, उस खेत के लिए किसान दो से तीन दिन तक लगातार प्रयास करते हैं, तब जाकर सिंचाई हो पाती है।
ऐसे में जितने खेत में पानी पहुंच जाता है, वह भी तेज धूप में सूख जाता है। इससे किसानों को व्यर्थ में मजदूरी देनी पड़ रही है। इससे किसानों की सिंचाई के कारण लागत बढ़ती जा रही है।