ज्यादा भोजन करना सेहत के लिहाज से ठीक नहीं है। यह आदत कई गंभीर रोगों को दावत दे सकती है। खानपान की गड़बड़ी का एंडोक्राइन (अंत:स्रावी) जैसी गंभीर बीमारियों से गहरा ताल्लुक है।
अमेरिका की नार्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कहा कि बिन्ज-ईटिंग डिसऑर्डर (बीईडी) वाले लोगों में एंडोक्राइन होने का ढाई गुना और सरकुलेटरी सिस्टम डिसऑर्डर का करीब दो गुना ज्यादा खतरा रहता है।
बीईडी पीडित मोटे लोगों में श्वास संबंधी बीमारी का भी खतरा रहता है। बीईडी खानपान की गड़बड़ी है। इसके चलते लोग भोजन अधिक मात्रा में करने लगते हैं। इस शोध से ऐसे लोगों के उपचार में मदद मिल सकती है। प्रमुख शोधकर्ता ने कहा, ‘बीईडी का ठीक से पता चलने पर ऐसे रोगियों को इससे छुटकारा दिलाया जा सकता है।