इजराइल और हमास जंग के बीच शनिवार (18 मई) को गाजा में इजराइली एयरस्ट्राइक में 83 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 105 से ज्यादा लोग घायल हो गए। कतर के न्यूज चैनल अलजजीरा के मुताबिक, ये हमला उत्तरी गाजा के अदवान अस्पताल के पास हुआ।
इस एयरस्ट्राइक में इजराइली सेना ने उन शिविरों को टारगेट किया, जहां हजारों लोगों ने शरण ली थी। हमले के कारण आस-पास की बिल्डिंग गिर गई। बिल्डिंग के मलबे की चपेट में आने से कई लोग दब गए। राहत और बचाव दल लोगों वहां से निकालने की कोशिश में लगे हुए हैं।
शनिवार को ही इजराइल की सेना ने जबालिया शिविर में एक पानी के कंटेनर को निशाना बनाया, जिससे फिलिस्तीनी लोग पानी भर रहे थे। इस हमले में 8 लोग मारे गए और 10 घायल हो गए। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे। घायलों की स्थिति अभी गंभीर बनी हुई हैं।
इजराइली सेना ने हमला तब किया है, जब इससे एक दिन पहले 17 मई को गाजा में 3 इजराइली बंधकों के शव मिले थे। इनमें उस युवती का शव भी था जिसे हमास के लड़ाकों ने निर्वस्त्र कर गाजा की गलियों में घुमाया था। नवंबर 2023 में सेना को इस युवती का कटा हुआ सिर मिला था।
7 अक्टूबर को हुए हमले के दौरान 253 लोगों को बंधक बनाया था। इनमें से करीब 130 इजराइली नागरिक अब भी हमास की कैद में हैं। नवंबर 2023 में एक हफ्ते का सीजफायर हुआ था। इसमें कई बंधकों को रिहा कराया गया था। इसके बाद से सीजफायर की तमाम कोशिशें जारी हैं, लेकिन कामयाबी नहीं मिल सकी है।
इजराइली एयरस्ट्राइक के बाद हमास ने कहा कि वे राफा और गाजा में चल रही इस लड़ाई का जवाब देंगे। हमास के प्रवक्ता ने कहा कि हम पीछे नहीं हटेंगे। इजराइल के राफा पर आक्रमण के बाद 7.30 लाख शहर छोड़ चुके हैं।
7 महीने से जारी इजराइल-हमास जंग में अब तक 35 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की मौत हो चुकी है। इनमें 15 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। 7 अक्टूबर को हमास के एक हजार से ज्यादा लड़ाके इजराइल में घुस गए थे। हमास ने दावा किया था कि उसने इजराइली शहरों पर 5 हजार रॉकेट दागे हैं। तब 1200 इजराइलियों की मौत हुई थी।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया।
हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।