अमेरिका के मैरीलैंड में एक कार्गो जहाज के टकराने से ‘फ्रांसिस स्कॉट की’ ब्रिज ढह गया। घटना अमेरिकी समयानुसार रात करीब डेढ़ बजे हुई। पुल से टकराने के बाद जहाज में आग लग गई। सिंगापुर के झंडे वाला यह जहाज श्रीलंका की राजधानी कोलंबो जा रहा था।
शिप मैनेजमेंट कंपनी सिनर्जी मरीन ग्रुप ने बताया कि 2 पायलट समेत सभी 22 क्रू मेंबर्स भारतीय थे। इनमें से कोई भी घायल नहीं हुआ है। शिप के ब्रिज के टकराने से किसी भी तरह का पॉल्यूशन भी नहीं हुआ।
इसे रवाना हुए कुछ ही समय हुआ था। यह 22 अप्रैल को श्रीलंका पहुंचने वाला था। जहाज का नाम दाली बताया जा रहा है। पुल ढहने की वजह से इस पर मौजूद कई गाड़ियां और लोग पानी में गिरे। फायर डिपार्टमेंट के मुताबिक अब तक 7 लोग लापता हैं, 2 लोगों को पानी निकाला गया। इनमें एक की हालत गंभीर है।
पानी में गिरे लोगों की जान बचाने लिए रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। मैरीलैंड के ट्रांसपोर्ट सेक्रेटरी ने बताया है कि हादसे के वक्त कई कर्मचारी भी ब्रिज पर मौजूद थे। वो रिपेयरिंग से जुड़ा कुछ काम कर रहे थे।
अब तक यह साफ नहीं हो पाया है कि पुल पर कितने लोग मौजूद थे और वे अब किस स्थिति में हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, मैरीलैंड ट्रांसपोर्टेशन अथॉरिटी ने बताया कि ब्रिज पर हादसे के बाद सभी लेन बंद कर दी गई हैं और ट्रैफिक रोक दिया गया है।
दाली जहाज 948 फीट लंबा था। फ्रांसिस की ब्रिज को 1977 में पेटाप्सको नदी के ऊपर बनाया गया। इसका नाम अमेरिका का राष्ट्रगान लिखने वाले फ्रांसिस स्कॉट की के नाम पर रखा गया है।
दाली जहाज के मालिकाना हक वाली कंपनी ने बताया कि जहाज पर मौजूद दोनों पायलट समेत पूरा क्रू सुरक्षित है। इन्हें चोट नहीं आई है। जहाज और पुल के बीच टक्कर का कारण अभी सामने नहीं आया है। जहाज के मालिक और अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं।
बाल्टिमोर हार्बर में पानी का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस है। अमेरिका के सेंटर फॉर डीजीज कंट्रोल के मुताबिक, 21 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान होने पर शरीर का टेम्प्रेचर भी तेजी से गिरता है। इसकी वजह से पानी में डूबे लोगों की जान को खतरा हो सकता है।
मैरीलैंड सरकार की वेबसाइट के मुताबिक, पिछले साल बाल्टिमोर पोर्ट से करीब 5.2 करोड़ टन का अंतरराष्ट्रीय कार्गो (सामान) गुजरा था। इसकी कीमत 6.67 लाख करोड़ थी। इस पोर्ट के जरिए 15 हजार से ज्यादा लोगों को सीधे तौर पर नौकरी मिली है। वहीं इसकी वजह से मैरीलैंड में भी करीब 1.39 लाख लोगों का गुजारा चलता है।