पिछले सीजन में सबसे निचले पायदान पर रही सनराइजर्स हैदराबाद ने इंडियन प्रीमियर लीग 2024 के लिए ऑस्ट्रेलिया को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाले पैट कमिंस को कप्तान बनाया है। टीम ने लगातार चौथे सीजन में कप्तानी में बदलाव किया है। इससे पहले, एडन मार्करम टीम की कमान संभाल रहे थे।
हैदराबाद की टीम अपने अभियान का आगाज 23 मार्च को कोलकाता के खिलाफ कोलकाता में करेगी। पहले 2 हफ्ते में टीम को चार मुकाबले खेलने हैं।
20 करोड़ रुपए में पैट कमिंस को खरीदा; हसरंगा, हेड, उनादकट और आकाश को सस्ते में खरीदा
सनराइजर्स हैदराबाद ने ऑक्शन में 30.80 करोड़ रुपए खर्च कर 6 प्लेयर्स खरीदे। इनमें 4 कैप्ड प्लेयर रहे और चारों ही शानदार हैं। 20.50 करोड़ रुपए के पैट कमिंस को टीम कप्तानी भी सौंप सकती है। वनिंदूहसरंगा, हेड, उनादकट और आकाश सिंह बेहद कम कीमत में स्क्वॉड का हिस्सा बन गए।
हसरंगा टेस्ट संन्यास से वापस आ गए हैं और उन्हें बांग्लादेश में दो मैचों की सीरीज के लिए 17 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया है। यह सीरीज 4 अप्रैल तक चलेगी। इस कारण वे IPL के पहले तीन मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
टीम में मयंक त्रिपाठी, अभिषेक शर्मा और एडन मार्करम पहले से हैं। विकेटकीपिंग ग्लेन फिलिप्स और हेनरिक क्लासन जैसे नाम हैं, जबकि गेंदबाजी की कमान उमरान मलिक, भुवनेश्वर कुमार, टी नटराजन और जयदेव उनादकट के नाम है।
सनराइजर्स हैदराबाद : पैट कमिंस (कप्तान), मयंक अग्रवाल, ट्रैविस हेड, अभिषेक शर्मा, राहुल त्रिपाठी, हेनरिक क्लासन (विकेटकीपर), अब्दुल समद, ग्लेन फिलिप्स, मयंक मारकंडे, भुवनेश्वर कुमार, जयदेव उनादकट।
इम्पैक्ट- वॉशिंगटन सुंदर।
कप्तान के रूप में बेहतरीन ऑलराउंडर फ्रेंचाइजी ने पिछले साल ऑस्ट्रेलिया को 2 ICC ट्रॉफी जिताने वाले पैट कमिंस को 20 करोड़ में खरीदा है। कमिंस के रूप में टीम को बेहतरीन ऑलराउंडर और लीडर मिला है।
हेड के आने के बैटिंग आक्रामकता आई टीम में राहुल त्रिपाठी, मयंक अग्रवाल और एडन मार्करम जैसे बल्लेबाज हैं। ऐसे में हेड के जुड़ने से बैटिंग और मजबूत हुई है। इतना ही नहीं, टीम की बैटिंग अग्रेसिव हो गई है।
हसरंगा-उनादकट बॉलिंग ऑप्शन बढ़ा रहे टीम में उमरान मलिक और भुवनेश्वर कुमार जैसे तेज गेंदबाज हैं। ऐसे में उनादकट और स्पिन ऑलराउंडर हसरंगा के आने से गेंदबाजी मजबूत हुई है।
लीडरशिप में लगातार बदलाव का असर फ्रेंचाइजी अपनी लीडरशिप में लगातार बदलाव कर रही है। इस साल कप्तान के साथ कोच भी बदला गया है। ऐसे में लीडरशिप में लगातार बदलाव का असर प्रदर्शन में दिख सकता है।
इंडियन बैटर की कमी खल सकती है टीम में कोई बड़ा भारतीय बैटर नहीं है। ऐसे में इंडियन बैटर की कमी हैदराबाद को खल सकती है। विदेशी बैटर्स सभी टॉप क्लास है, इसलिए प्लेइंग-11 में कन्फ्यूजन बढ़ेगी।
मिडिल ऑर्डर कमजोर हैदराबाद के मिडिल ऑर्डर में खामी नजर आती है। फजल हक फारूकी के अलावा कोई स्पेशलिस्ट स्पिनर नहीं है। ऐसे में टीम कुछ मुकाबलों में स्ट्रगल कर सकती है।