आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में किसान दिवस का आयोजन किया गया। जिलाधिकारी ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिय कि ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने जर्जर तारों को बदलने के लिए आवश्यक कार्यवाई करें और बिजली विभाग के अधिकारी किसानों के फोन अवश्य उठाएं तथा विद्युत आपूर्ति व्यवस्था को बेहतर बनायें एवं आपूर्ति का एक रोस्टर बनाया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि पशुपालन विभाग की किसान प्रोत्साहन योजना के अंतर्गत किसानों को लक्ष्य के अनुरूप लाभान्वित किया जाए और किसान सम्मान निधि के अंतर्गत प्राप्त नए आवेदनों का निस्तारण त्वरित रूप से करायें तथा कम आवेदन वाले विकास खण्डों पर विशेष ध्यान आवेदन बढ़वायें। मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना योजना के अंतर्गत प्राप्त होने वाले आवेदनों का तत्काल निस्तारण कराया जाए। फसल बीमा योजना के अंतर्गत पात्र किसानों को लाभान्वित किया जाए। बीमा कंपनी के प्रतिनिधि किसान संगठनों के संपर्क में रहें। बुधवार को किसानों के साथ बैठक में हिस्सा लें। उन्होंने कहा कि गोशाला में गोमूत्र व गाय के गोबर से बने जीवामृत व घन जीवामृत किसानों को देकर जैविक खेती को बढ़ावा दिया जाए। किसानों को लक्ष्य के अनुरूप सोलर पम्प दिए जाएं। किसान नेता राजबहादुर सिंह व अन्य ने किसान सम्मान निधि में जनपद के शीर्ष पर आने के लिए पुष्पगुच्छ भेंट किया। जिलाधिकारी ने बताया कि 90 प्रतिशत किसानों का इकेवाईसी हो चुका है तथा शेष किसानों का इकेवाईसी कराने के लिए विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने किसान प्रतिनिधियों से अपील की कि अपने आस-पास के सभी छूटे हुए किसानों की इकेवाईसी करवाने में सहायता करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी रोहताश कुमार, उपनिदेशक कृषि डॉ नंदकिशोर व अन्य संबंधित अधिकारी व किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे।