ग्राउंड ब्रेक्रिंग सेरेमनी (जीबीसी) के तहत हुए निवेश से जनपद में 12 हजार 690 लोगों को रोजगार मिलेगा। 4473 करोड़ रुपये के 111 उद्योगों के निवेश के साथ ही जनपद ने लक्ष्य से कहीं अधिक का निवेश करने में सफलता पाई है। सोमवार को पिहानी रोड स्थित एक रिसॉर्ट में आयोजित कार्यक्रम में 10 करोड़ रुपये से कम की लागत वाले निवेशकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर लखनऊ में आयोजित हुए मुख्य कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी दिखाया गया।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष प्रेमावती ने कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास के लिए प्रतिबद्ध है। निवेशकों की बदौलत भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर बढ़ रहा है। जिले में बड़ी संख्या में उद्योगपति निवेश करने आ रहे हैं। भाजपा जिलाध्यक्ष अजीत सिंह बब्बन ने कहा कि नया हरदोई बनाने में निवेशकों की भूमिका महत्वपूर्ण है। उद्योगपतियों से प्राथमिक शिक्षा के क्षेत्र में सुविधाओं के विकास में सहयोग देने की अपील भी भाजपा जिलाध्यक्ष ने की। डीएम एमपी सिंह ने कहा कि जनपद में निवेशकों ने काफी रुचि दिखाई है। 4473 करोड़ के 111 प्रस्ताव जीबीसी का हिस्सा हैं। एसपी केसी गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश और जनपद की कानून व्यवस्था बेहतर हुई है। निवेशकों के लिए अनुकूल माहौल मिल रहा है। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उद्योगपति भी मौजूद रहे। सीडीओ सौम्या गुरुरानी, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी डा. राम प्रकाश, उपायुक्त उद्योग दुर्गेश कुमार, बावन के ब्लाक प्रमुख प्रतिनिधि धर्मेंद्र सिंह भी मौजूद रहे।
गंगा एक्सप्रेस वे का 99 किलोमीटर हिस्सा हरदोई से होकर गुजरेगा
कार्यक्रम में डीएम एमपी सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था और उद्यमियों के अनुकूल माहौल होने के कारण निवेश बढ़ा है। साथ ही इसकी एक और वजह भी उन्होंने बताई। उन्होंने कहा कि गंगा एक्सप्रेस वे का 99 किलोमीटर हिस्सा हरदोई जनपद से होकर गुजरेगा। हरदोई-लखनऊ मार्ग निर्माणाधीन है और निर्माण पूरा होते ही सफर बेहद शानदार हो जाएगा। डीएम ने कहा कि बेहतर सड़क बनी है जो व्यापार और व्यापारियों के लिए जरूरी होती हैं।
अब हमें भटकना नहीं पड़ता
आईआईए की जनपदीय इकाई के अध्यक्ष अमित भदौरिया ने संबोधन में कहा कि पहले उद्योगपतियों और निवेशकों की समस्याओं का निस्तारण करने में हीलाहवाली होती थी। उन्होंने कहा कि पिछले डेढ़ साल में जो भी समस्याएं आईआईए ने डीएम एमपी सिंह को बताईं, उनका निस्तारण फौरन ही किया गया। उद्योग बंधु की बैठक में कई साल तक जो मुद्दे उठते रहे थे वह सब अब खत्म हो चुके हैं।
रूपापुर चीनी मिल का होगा विस्तार
डीएससीएल ग्रुप के प्रदीप त्यागी ने कार्यक्रम के दौरान जानकारी दी कि रूपापुर में स्थित चीनी मिल का विस्तार किया जाएगा। इसके अलावा यहां एक नई डिस्टलरी भी लगेगी। डिस्टलरी से निकलने वाली राख से हरियावां में पोटाश फर्टिलाइजर बनाए जाने का उद्योग लग चुका है। रूपापुर, हरियावां और लोनी में कंप्रेस्ड बायोगैस का प्लांट भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुल पांच उद्योगों का प्रस्ताव है। इससे जनपद के लगभग एक लाख गन्ना किसानों को काफी फायदा मिलेगा।