पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत रविवार को शहर के शहीद पार्क में पत्रकारों की एक आवश्यक बैठक बबलू चक्रबर्ती के आवाहन पर आहूत की गई। बैठक की अध्यक्षता अमोल श्रीवास्तव एवं संचालन बबलू चक्रबर्ती ने किया । इस दौरान बैठक में उपस्थित पत्रकारों ने पत्रकारहित से सम्बंधित तमाम विषयों, मुद्दों पर आपसी विचार विमर्श कर मंगलवार को देश के प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन जनपद के जिलाधिकारी को सौपनें का निर्णय सर्वसम्मति से लिया। बैठक का संचालन करते समय बबलू चक्रवर्ती ने पत्रकारिता के क्षेत्र में कार्य करते जोखिमों और उत्पीड़न अत्याचार तथा सरकार की अनदेखी पर अपने विचार व्यक्त किये। उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर अब तक देश में अब तक की किसी सरकार ने पत्रकारों के लिये कोई ठोस सहायता नहीं की, जिसकी बजह से पत्रकार तमाम तरह से कोप का भाजन बनता रहा। पत्रकारों की आर्थिक स्थिति बिगड़ती रही, कहा कि सरकार देश में पत्रकारों की सुविधा सुरक्षा पर ध्यान दें, ताकि मजबूत लोकतंत्र केलिये सुरक्षित स्वतंत्र पत्रकारिता की जा सके ।
पंकज गुप्ता ने कहा कि पत्रकार समाज का दर्पण हैं। सभी के बारे में लिखता हैं। किन्तु स्वयं के लिये नहीं। अमित गुप्ता ने कहा कि जनप्रतिनिधि वोट के समय पत्रकारों का प्रयोग करते हैं। किन्तु पत्रकार हितों की बात नहीं करते। भूपेंद्र सिंह ऊर्फ सोनी ने कहा कि प्रसाशन फर्जी पत्रकार बोलकर पत्रकारों को अपमानित करने का काम रहा हैं। सोशल मीडिया, यूट्यूवर को पत्रकार श्रेणी में नहीं मानता। जबकि सोशल मीडिया वर्तमान की केंद्र सरकार की ही देन हैं । अमित कुमार आर्य ने पत्रकारों का साथ देनें का भरोसा दिया । अंत में अध्यक्षीय संबोधन में अमोल श्रीवास्तव ने सभी पत्रकारों के विचारों को सुना और मंगलवार को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौपनें के निर्णय पर मुहर लगाकर बैठक समापन की घोषणा कर उपस्थित सभी पत्रकारों का आभार व्यक्त किया। इस अवसर पर अमोल श्रीवास्तव, बबलू चक्रवर्ती, प्रदीप यादव, गिरधर गोपाल गुप्ता, अशोक राठौर, रघुवीर सिंह, सचिन कुमार यादब, भूपेंद्र सिंह ऊर्फ सोनी, मनीष राजपूत, अरुन कुमार, अमित गुप्ता, अमित आर्य आदि समस्त पत्रकार उपस्थिति रहे।