हरदोई :अंतराष्ट्रीय पर्वतारोही अभिनीत मौर्य अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट किलिमंजारो पर चढ़ाई करके देश की आन-बान-शान से तिरंगा फहराकर प्रदेश व देश के लिए एक नया इतिहास रचा है। माउंट किलिमंजारो पर पर्वतारोही अभिनीत ने गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के अवसर पर सुबह 6 बजकर 43 मिनट पर भारतीय तिरंगा फहराया ।पर्वतारोही अभिनीत ने माउंट किलिमंजारो पर भारत का राष्ट्रीय गान गाकर 19341 फीट ऊंचाई पर अपना गणतंत्र दिवस मनाया। पर्वतारोही अभिनीत ने वहां से प्रकृति संरक्षण का बैनर फहराकर लोगों को प्रकृति बचाओ अभियान के प्रति जागरूक किया। माउंट किलिमंजारो पर अभिनीत ने सूर्य नमस्कार करके लोगों को योगा के प्रति जागरूक करने के लिए संदेश दिया और योग को अपने दिनचर्या में शामिल करें ऐसा उन्होंने लोगों से अपील किया है। रास्ते में हड्डियों को गला देने वाली ठंड का सामना करते हुए पर्वतारोही ने देश की शान के लिए अपने जान की परवाह न करते हुई तिरंगे को अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी पर फहराने में कामयाब रहे। रास्ते में जाते समय उन्हें विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जैसे बर्फीली हवाओं की स्पीड लगभग 120- 140 किलो मीटर प्रति घंटे से चल रही तथा बर्फीले तूफानों का सामना करना पड़ा था।इस मिशन के लिए पर्वतारोही अभिनीत अपने गृह जनपद से 19 जनवरी को रवाना हुई थे, 21 जनवरी से उन्होंने अपने अभियान की शुरुआत अफ्रीका महाद्वीप के तंजानिया देश से कड़ी मेहनत करके गणतंत्र दिवस के अवसर पर तिरंगा फहराया । रास्ते में माइनस 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान भी पर्वतारोही के जुनून को न डिगा सका । अभियान के दौरान पर्वतारोही को बहुत ही विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। 25 जनवरी की रात को जब पूरे भारतवासी चौन की नींद सो रहे थे, उसी रात को भारत के सपूत अभिनीत मौर्य लगभग रात को 11 बजकर 10 मिनट पर अपनी फाइनल चढ़ाई के लिए निकल कर सुबह 6 बजकर 43 मिनट पर भारतीय ध्वज फहराया। इसके पहले अभिनीत ने यूरोप महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एलब्रुस पर स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चढ़ाई करके देश का नाम रोशन किया था, साथ ही देश की कई चोटियों पर चढ़ाई कर चुके हैं। पर्वतारोही अभिनीत ने पर्वतारोहण की ट्रेनिंग जम्मू कश्मीर के जवाहर इंस्टिट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग पहलगाम से किया है। पढ़ेगा भारत तो बढ़ेगा भारत के सम्बन्ध में अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही अभिनीत ने लोगों को शिक्षा के प्रति जागरूक करते हुए सभी अभिभावक लोगों से आग्रह किया है कि अपने बच्चों को अवश्य पढ़ाए जिससे आने वाली पीढ़ी और भारत का नाम रोशन करें।