लखनऊ में ठगों ने भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) में ग्रुप सी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर विकास कुमार सिंह से करीब 42 लाख रुपये ठग लिए। यही नहीं उनको शक होन हो, इसके लिए नई दिल्ली बाराखम्भा स्थित दफ्तर में फर्जी इंटरव्यू कराकर विकास और उसके साथियों को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया। महानगर थाने में पीड़ितों ने मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस मामले की पड़ताल कर रही है।
विकासनगर सेक्टर-छह निवासी विकास सिंह मेट्रो रेल में संविदा पर नौकरी करते थे। उनके मुताबिक 2018 में उनकी मुलाकात मिर्जापुर निवासी अवनीश कुमार सेठ और सुलतानपुर निवासी नीरज कुमार पाण्डेय से हुई।
इन लोगों ने एफसीआई में ग्रुप सी की नियुक्तियों के बारे में जानकारी दी और चयन प्रक्रिया के लिए केवल इंटरव्यू होना बताया। पास होने वाले की छह माह की ट्रेनिंग के बाद नियुक्त होने की बात कही।
इस नौकरी के लिए आठ लाख रुपये देने पर सेटिंग से नौकरी लगवाने का दावा किया। उनके झांसे में फंस कर पत्नी और रिश्तेदरों समेत नियुक्ति कराने के लिए करीब 42 लाख रुपये टुकड़ों में दिए।
जिसके बाद दोनों ने सभी को ट्रेनिंग के लिए पंजाब बुलाया और छह महीने तक कथित तौर पर ट्रेनिंग कराई गई।
विकास के मुताबिक यही नहीं नई दिल्ली बाराखम्भा स्थित एफसीआई दफ्तर ले जाकर इंटरव्यू कराने के बाद ज्वाइनिंग लेटर तक दिया। नियुक्ति न होने पर पूछताछ करने पर गोलमोल बातें करने लगे।
नीरज पाण्डेय से रुपये लौटाने के लिए कहा। जिस पर आरोपी धमकाने लगे। ठगी का एहसास होने पर पुलिस कमिश्नर से मुलाकात कर शिकायत की।
महानगर इंस्पेक्टर के मुताबिक आरोपी अवनीश, नीरज, प्रेम शंकर पाण्डेय, अनूप श्रीवास्तव, अभिषेक दुबे, आलोक श्रीवास्तव उर्फ संजू समेत 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।