विकास भवन स्थित स्वर्ण जयंती सभागार में जिलाधिकारी मंगला प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में समाज कल्याण एवं ग्राम्य विकास विभाग की समीक्षा बैठक हुई। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का भौतिक सत्यापन कराया जाए। दिव्यांगता हेतु प्राप्त नवीन आवेदनों का सत्यापन कराया जाए। पात्रों के प्रमाण पर जारी कराए जाएं। उन्होंने कहा कि आंगनबाड़ी केन्द्रों को 18 बिंदुओं से संतृप्त कराया जाए। चिन्हित आंगनबाड़ी केंद्रों में लर्निंग लैब का कार्य जल्द पूरा कराया जाए। मिशन कायाकल्प के सभी बिंदुओं को संतृप्त कराया जाए। वात्सल्य योजना की स्पांसरशिप स्कीम के अंतर्गत प्राप्त आवेदनों का जल्द निस्तारण किया जाए। गोवंश संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाए। अभियान की नियमित निगरानी की जाए। गोसंरक्षण के संबंध में पशु चिकित्सा अधिकारी से नियमित रिपोर्ट प्राप्त की जाए। गोशालाओं में संरक्षित पशुओं की संख्या का समय-समय पर सत्यापन कराया जाए। गोशालाओं में गहरी खाई खुदवाने की प्रक्रिया जल्द पूरी की जाए। अधिक गोवंश वाली गोशालाओं को प्राथमिकता दी जाए। गोशाला में संरक्षित गोवंश के बाहर निकलने पर संबंधित की जवाबदेही निर्धारित की जाए। 24 घंटे केयरटेकरों की तैनाती सुनिश्चित की जाए। आवश्यकतानुसार शेड विस्तारीकरण का कार्य कार्य कराया जाए। गोशालाओं की फण्ड रिक्वेस्ट को ऑनलाइन अपलोड शासन द्वारा निर्धारित समय पर कराना सुनिश्चित किया जाए। सार्वजनिक भवनों में गोवंश बन्द करने वालों के विरुद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराई जाए। किसानों के साथ होने वाली बैठक में समस्याओं के निदान पर विशेष जोर दिया जाए। उन्होंने खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत आवास निर्माण में तेजी लायी जाए। शासनादेश के अनुरूप दूसरी व तीसरी किश्त जारी की जाएं। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी सौम्या गुरुरानी, जिला विकास अधिकारी अरविंद कुमार व सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।