Paytm Payments Bank पर RBI ने आखिर क्यों लिया है एक्शन, क्या है रडार पर आने की कहानी , आइये जानते है ?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने फेमस पेटीएम वॉलेट और इसके बैंकिंग ब्रांच पेटीएम पेमेंट बैंक पर मनी लॉन्ड्रिंग के शक को लेकर एक्शन लिया है. विजय शेखर शर्मा की बैंकिंग कंपनी मुश्किलों में है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के इस एक्शन को लेकर एक बार फिर कई सवाल उठ रहे हैं. पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड पर आरोप हैं कि इसमें एक ही पैन पर कई खाते खोले गए हैं. हजारों ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें एक सिंगर पैन कार्ड पर कई अकाउंट खोले जा रहे हैं. RBI को जैसे ही शक हुआ कि इस प्रकरण में मनी लॉन्ड्रिंग भी एक वजह हो सकती है, RBI ने एक्शन उठाने का फैसला किया. हजारों खाते ऐसे थे, जिनका KYC नहीं किया गया है. मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि करोड़ों का ट्रांजैक्शन किया गया है, जिसका कोई आधिकारिक रिकॉर्ड नहीं है. कई खातों की KYC जरूरी थी, जिनका ख्याल नहीं रखा गया. यही वजह है कि मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर शक जताया जा रहा है.

आखिर RBI ने क्यों लगाई है रोक?

रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड को 29 फरवरी के बाद एडिशनल डिपोजिट, क्रेडिट ट्रांजैक्शन, टॉपअप्स और वॉलेट पर रोक लगाई है. 29 फरवरी तक आप अपने वॉलेट में मौजूद राशि का इस्तेमाल कर सकते हैं. RBI अगर अपने फैसले पर रोक नहीं लगाता है तो Paytm वॉलेट के लिए टॉप-अप बंद हो जाएगा. अब इसके माध्यम से लेनदेन संभव नहीं होगा. 29 फरवरी के बाद अब वॉलेट के पैसे का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. पेटीएम पेमेंट्स बैंक के पास लगभग 35 करोड़ ई-वॉलेट हैं. इनमें से लगभग 31 करोड़ निष्क्रिय हैं, करीब 4 करोड़ चालू हैं, या तो उनके पास कोई बैलेंस नहीं है या न्यूनतम बैलेंस है. KYC प्रक्रियाएं पूरी नहीं हुईं इसलिए इस बैंक में ऐसी धांधली सामने आई है. अब ग्राहक और जमाकर्ता डरे हुए हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में RBI ने KYC और एंटी मनी लॉन्ड्रिंग नियमों के गंभीर उल्लंघन का जिक्र किया और बैंक को निर्देश दिया था कि सही प्रक्रियाओं का पालन किया जाए. इन निर्देशों के बावजूद, कोई बदलाव नहीं किया गया है. बैंक ने पाया कि ज्यादातर निर्देशों की अवहेलना की गई.

RBI ने क्यों लिया है एक्शन?

RBI को शक है कि कुछ खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया होगा. ED को सूचित करने के अलावा, RBI ने अपने निष्कर्षों को गृह मंत्रालय और प्रधान मंत्री कार्यालय के साथ साझा किया है. पेमेंट बैंक का कहना है कि मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप गलत हैं. एक सीनियर सरकारी अधिकारी ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो ईडी मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की और गहराई से जांच करेगा. RBI के निर्देशों की वजह से पेटीएम ब्रांड की मूल कंपनी 197 कम्युनिकेशंस लिमिटेड के शेयरों में पिछले दो दिनों में 40 प्रतिशत की गिरावट देखी गई है. शुक्रवार को, स्टॉक 20 प्रतिशत गिरकर ₹487.05 पर आ गया, जो BSE पर न्यूतनतम स्तर पर पहुंच गया.