टेलीविजन के हाईएस्ट टीआरपी वाली शो अनुपमा में लीड रोल निभा रहीं रुपाली गांगुली आज किसी पहचान की मोहताज नहीं हैं, लेकिन एक समय ऐसा भी था, जब उनके परिवार को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा था। उनके पिता 70-80 के दशक के नामी प्रोड्यूसर थे। धर्मेंद्र की फिल्म में पैसे लगाकर उन्हें बड़ा नुकसान हुआ था, जिसमें उनका घर, सामान सब कुछ बिक गया था। ऐसे में रुपाली के पूरे परिवार को गरीबी में गुजारा करना पड़ा था। करियर के शुरुआती दिनों में पैसों की कमी के चलते रुपाली रोज 15 किलोमीटर चलकर पृथ्वी थिएटर तक जाया करती थीं। वहीं उनकी पहली फीस 50 रुपए थी।
हाल ही में मेशेबल इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में रुपाली गांगुली ने अपने स्ट्रगल के दिनों पर बात की है। उन्होंने बताया कि उनके पिता अनिल गांगुली एक प्रोड्यूसर थे। उन्होंने 1991 में धर्मेंद्र स्टारर फिल्म दुश्मन देवता बनाने के लिए अपनी सारी जमापूंजी लगा दी थी। उस दौर में कोर्पोरेट सिस्टम नहीं था, तो प्रोड्यूसर्स को फिल्म बनाने के लिए खुद पैसों का जुगाड़ करना पड़ता था।
फिल्म दुश्मन देवता बनाने के लिए रुपाली के पिता अनिल गांगुली ने अपना घर गिरवी रख दिया था और सारे पैसे फिल्म में लगा दिए थे। फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह फ्लॉप हो गई, जिससे वो कंगाल हो गए। जो सामान और गहने बचे थे, वो भी गरीबी में बेचने पड़े। घर में चल रहीं दिक्कतों के चलते उनके पिता को डायबिटीज हो गई थी।
रुपाली ने इंटरव्यू में आगे बताया कि गरीबी में वो रोज वर्ली से पृथ्वी थिएटर पैदल जाया करती थीं, जिसकी दूरी 15 किलोमीटर है। अनुपमा ने पृथ्वी थिएटर में आत्मकथा नाम का पहला प्ले किया था। इसके लिए उन्हें 50 रुपए फीस मिली थी। ये उनकी जिंदगी की पहली कमाई थी।
बताते चलें कि शुरुआती संघर्ष के बाद रुपाली गांगुली ने टीवी शो साराभाई वर्सेस साराभाई में मोनिषा का रोल प्ले कर पहचान बनाई थी। 2020 से रुपाली गांगुली टीवी शो अनुपमा का हिस्सा हैं। ये देश का हाईएस्ट टीआरपी वाला शो है।