तुर्किये के कोकेली प्रांत के गेब्ज इलाके में स्थित प्रॉक्टर एंड गैंबल फैक्ट्री से सात बंधकों को छुड़ा लिया गया। साथ ही पुलिस ने एक बंदूकरधारी को भी हिरासत में लिया, जो हमास के खिलाफ चले रहे ऑपरेशन का विरोध जता रहा था।
पकड़े गए व्यक्ति ने फैक्ट्री के अंदर फिलिस्तीनी झंडे की तस्वीर भी बनाई थी। साथ ही लिखा- गाजा के लिए दरवाजे खोले जाएंगे। प्रॉक्टर एंड गैंबल एक अमेरिकन कंपनी है। स्थानीय रिपोर्ट के मुताबिक, पकड़ा गया शख्स हमास के खिलाफ लड़ाई में अमेरिका के इजराइल को समर्थन देने से नाराज था।
तुर्किये के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन हमास आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में नागरिकों की मौत के लिए इजराइल की हमेशा से आलोचना करते रहे हैं। उन्होंने इजराइल पर “नरसंहार” का आरोप लगाया और हमास को आजादी का योद्धा बताया है।
इजराइल की वॉर और सिक्योरिटी कैबिनेट की मीटिंग जल्द ही होने वाली है। हालांकि, इसमें वक्त नहीं बताया गया। माना जा रहा है कि ये शुक्रवार सुबह हो सकती है। इसमें हमास के साथ सीजफायर और होस्टेज डील पर फैसला लिया जा सकता है।
दूसरी तरफ, होस्टेज डील को लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू उलझते नजर आ रहे हैं। दरअसल, बंधकों के कुछ परिवार चाहते हैं कि किसी भी कीमत उनके परिजन घर लौटें। दूसरी तरफ, कुछ लोग इसका विरोध कर रहे हैं।
इजराइल में दो अहम मीटिंग होने जा रही हैं। पहली- वॉर कैबिनेट और सिक्योरिटी कैबिनेट मीटिंग। दूसरी- नेशनल सिक्योरिटी और असेसमेंट कमेटी की मीटिंग। पहली मीटिंग में जो फैसले लिए जाएंगे। उन पर दूसरी मीटिंग में नए सिरे से चर्चा होगी।
7 अक्टूबर को हमास के साथ जंग शुरू होने के बाद इजराइल में सभी दलों को मिलाकर वॉर कैबिनेट और नेशनल सिक्योरिटी कैबिनेट बनाई गई थी। इसका मकसद यह है कि ज्यादातर मामलों में सरकार और विपक्ष मिलकर फैसले लें। इसके अलावा सेना और इंटेलिजेंस एजेंसीज के चीफ्स को भी इसका हिस्सा बनाया गया था।
मीटिंग में कतर, इजिप्ट और अमेरिका से पिछले दिनों पेरिस में हुई बातचीत और सीजफायर डील प्रपोजल पर विचार किया जाएगा। हालांकि, सरकार की तरफ से कोई बयान जारी नहीं किया गया।
इस बीच, अमेरिका ने साफ कर दिया है कि वो इजराइल को हथियारों की सप्लाई में कोई कटौती नहीं करेगा। एक अधिकार ने नाम न बताने की शर्त पर
नेतन्याहू के सामने एक अजीब परेशान खड़ी हो गई है और हमास की कैद में मौजूद बंधकों को लेकर है। न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक- कुछ बंधकों के परिवार चाहते हैं कि किसी भी कीमत पर उनके परिजनों को रिहा कराया जाए और इसकी जिम्मेदारी इजराइल सरकार ले।
दूसरी तरफ, गुरुवार को कुछ होस्टेज के परिवार नेतन्याहू से मिले और उन्होंने कहा कि जब तक हमास को पूरी तरह खत्म न कर दिया जाए और इजराइली सेना को पूरी तरह जीत न मिल जाए, तब तक होस्टेज डील न की जाए। उन्होंने कहा- होस्टेज डील के पहले चरण में 35 महिलाओं, बीमार, घायल और बुजुर्ग बंधकों की रिहाई शामिल होगी। इसके बदले 35 दिनों के लिए जंग रोकी जाएगी। दूसरे फेज में आदमियों और हमास जिन लोगों को सैनिक कह रहा है उनकी रिहाई होगी। इसके लिए अन्य 7 दिनों के लिए जंग रोकने की योजना है।
इधर, करीब 4 महीने से जारी जंग में गाजा के 27 हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। इसमें 10 हजार से ज्यादा बच्चे हैं। इजराइल के 1200 लोग मारे गए थे।