ऐसे गुरुओं के बारे में सुना है कि जिनमें पारसमणि जैसी खूबी हो जिस किसी विद्यार्थी को छू दे तो सोना बना दे ।हम आपको ऐसे तीन गुरुओं युवा अफसरों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने नौकरी के बाद समय निकालकर साल भर की मेहनत और मार्गदर्शन से 28 युवाओं को पीसीएस अफसर बनेनें में सफलता दिलाकर सबको चौंका दिया।मधुसूदन गुप्ता व प्रतीक्षा त्रिपाठी को प्रदेश सरकार की योजना अभ्युदय से जुड़कर सैकड़ों अभ्यर्थियों की मदद कर रहे हैं ।जिसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुरस्कृत भी किए जा चुके हैं खास बात यह है कि बिना किसी फीस या गुरुदक्षिणा के राज्य सिविल सेवा में डिप्टी कलेक्टर पद पर कार्यरत मधुसूदन गुप्ता ‘मधुर’, प्रतीक्षा त्रिपाठी व अभिषेक शुक्ला की टीम ने यह कमाल किया है। उपरोक्त अफसरों में विद्यार्थियों को परीक्षा के लिए निशुल्क ऑनलाइन मार्गदर्शन दिया। दो वर्ष पूर्व चयन होने के बाद मधुसूदन गुप्ता व प्रतीक्षा त्रिपाठी ने आर्थिक तौर पर कमजोर व दूर दराज के मेधावी छात्रों को ध्यान में रखकर राज्य सिविल सेवा परीक्षा के लिए ऑनलाइन मार्गदर्शन देना शुरू किया। जल्द ही डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शुक्ला भी इस मुहिम में शामिल हो गएडिप्टी कलेक्टर मधुसूदन गुप्ता बताते हैं की जिम्मेदारी भरे पद की वजह से हम तीनों के लिए नौकरी के बाद समय प्रबंधन सबसे बड़ी चुनौती रहती है अपने यूपीसीएस टाक्स,व्हाट्सएप ग्रुप व टेलीग्राम चैनल के जरिए खुद के बने नोट्स व परीक्षा की दृष्टि से परखे हुए प्रश्नों के क्विज के जरिए अभ्यर्थियों की तैयारी की धार ली। त्रिस्तरीय पीसीएस परीक्षा के साक्षात्कार की तैयारी के लिए अभ्यर्थियों को ज़ूम व गूगल मीट के माध्यम से हरिहर मिश्रा व मेजर एस के त्रिपाठी जैसे वरिष्ठ अधिकारियों व विशेषज्ञों से मार्गदर्शन दिलवाया। डिप्टी कलेक्टर अभिषेक शुक्ल कहते हैं कि सही रास्ता वही दिखा सकता है जो उसे रास्ता से गुजरा हो
रिपोटर : जिला ब्यूरो गौरव कश्यप