IIT-BHU में छात्रा के साथ गैंगरेप के विरोध में कांग्रेस पार्टी ने बुधवार को पूरे प्रदेश में जोरदार प्रदर्शन किया। लखनऊ में सैकड़ों कांग्रेस कार्यकर्ता जिलाधिकारी कार्यालय का घेराव करने निकले। हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस बल ने उन्हें बैरिकेडिंग करके आगे जाने से रोक दिया। इसपर कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। महिला कार्यकर्ताओं ने बैरिकेडिंग के ऊपर चढ़कर बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर महिलाओं के लिए सुरक्षा की मांग की। कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने कहा कि बीजेपी सरकार हमेशा महिलाओं का अपमान करती है। IIT-BHU की छात्रा के साथ गैंगरेप करने वाले आरोपियों के खिलाफ बीजेपी सरकार कोई कड़ी कार्रवाई नहीं कर रही है।
उन्होंने कहा कि आज उत्तर प्रदेश में कहीं भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। आज महिलाओं को बलात्कारियों से बचाया जाए या बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से बचाया जाए। ऐसे में कांग्रेस पार्टी लगातार महिला सुरक्षा और सम्मान को लेकर आंदोलन करती रहेगी।
लखनऊ में कांग्रेस कार्यकर्ता दोपहर में करीब 3 बजे पार्टी कार्यालय पर एकत्र हुए। पूर्व मंत्री नकुल दुबे और जिला अध्यक्ष वेद प्रकाश त्रिपाठी के नेतृत्व में राजभवन कूच किया। उन्होंने हाथों में पोस्टर और बैनर थामे रखा था। उस पर सरकार विरोधी नारे लिखे हुए थे। वे लगातार नारेबाजी कर रही थी।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं की भीड़ जैसे ही राजभवन की तरफ बढ़ी। पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर वहीं पर रोक लिया। इस बीच कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई। कांग्रेसी नेता मौके पर मौजूद अधिकारियों को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपा। उसके बाद शांतिपूर्वक वापस लौट आए।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा, “आज पूरा प्रदेश अपराध की आग में जल रहा है। अपराधी बेखौफ होकर रोज अपराधों को अंजाम दे रहे हैं। 2023 की NCRB रिपोर्ट के आंकड़ों के अनुसार उत्तर प्रदेश महिलाओं के प्रति अपराधों के मामलों में पहले स्थान पर है।
हालात कितने खराब हो गए हैं। इसे इससे ही समझा जा सकता है कि प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 2 नवम्बर, 2023 को IIT-BHU की छात्रा की तीन भाजपा के युवकों द्वारा बेखौफ होकर जबरन गनप्वाइंट पर न्यूड वीडियो बनाया गया और उसके साथ गैंगरेप किया गया।
उसके बाद आरोपी उसे छोड़कर भाग निकले। 5 नवम्बर, 2023 को सीसीटीवी फुटेज और 8 नवम्बर, 2023 को पीड़िता द्वारा भी उनकी पहचान कर लेने और आरोपियों की पुष्टि होने के बावजूद भाजपा द्वारा उन्हें बचाने की नीयत से मध्य प्रदेश चुनाव में भेज दिया गया।
कांग्रेसी नेताओं ने पूछा- आरोपियों की पहचान होने के बाद भी उनको गिरफ्तार करने में 2 महीने क्यों लग गए, इस पर प्रश्नचिन्ह लगना स्वाभाविक है कि क्या 5 राज्यों में चुनाव के कारण भाजपा आरोपियों को बचा रही थी?
अगर छात्रों और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का इस मामले पर दबाव नहीं होता तो शायद ही आरोपी पकड़े जाते। यह स्पष्ट रूप से संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है और दुर्भाग्य तो यह है कि यह घटना भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी की है। इस घटना को अंजाम देने वाले भाजपा के ही पदाधिकारी रहे हैं।
कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर उनसे मांग किया गया है कि उत्तर प्रदेश में महिला सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। वाराणसी की बेटियों की भावनाओं का ख्याल रखते हुए बेटी पढ़ाओ-बेटी बचाओ का नारा देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस घटना के लिए देश की बेटियों से माफी मांगे।
इसके अलावा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने घटना में भाजपा से संबंधित लोग शामिल हैं कहने पर उनके ऊपर मुकदमा दर्ज कराया गया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की यह बात बाद में सच साबित हुई, इसलिए उनके ऊपर दर्ज मुकदमे को तत्काल वापस लिया जाए।