राजधानी लखनऊ में दलित युवक द्वारा खरीदी गई जमीन पर उन्ही के सामग्री से कुछ दबंग लोग लगातार निर्माण करवा रहे हैं I जबकि युवक के पास रजिस्ट्री के सारे कागज मौजूद हैंI पूरा मामला राजधानी लखनऊ के कैंट क्षेत्र का है I सहायक पुलिस आयुक्त लखनऊ कैंट और थाना पीजीआई को दिए गए प्रार्थना पत्र के आधार पर युवक ने क्या बताया…..
पूरी रिपोर्ट पढ़िए…..
युवक नितिन कुमार दलित समुदाय से आते हैं और राजधानी के कैंट क्षेत्र में दुर्गापुरी कॉलोनी में रहते हैं I उन्होंने बताया कि मैंने दिनांक 15 नवंबर 2018 को उन्होंने इब्राहिमपुर गांव में मौजूद दिनेश कुमार से 3000 स्क्वायर फीट एक प्लाट 19 लाख रुपए में खरीदी थी, जो सरोजिनी नगर तहसील में निबंधक महोदय प्रथम के यहाँ बही संख्या 1 जिल्द संख्या 772 के पृष्ठ संख्या 1 से 46 तक क्रमांक 11133 पर 15 नवंबर 2018 से पंजीकृत है I जिसकी चौहद्दी पूर्व में भूखंड दीगर, पश्चिम में 18 फुट चौड़ी रोड, उत्तर में 15 फुट चौड़ी सड़क, दक्षिण में भूखंड विक्रेता I मैनें अपने प्लॉट पर 20 नवंबर 2023 को घर बनवाने के लिए कुछ सामग्री गिरवाया था I अचानक 28 नवंबर को सुबह 8:00 बजे विशाल सिंह राजपूत, आशु सिंह राजपूत और सर्वेश कुमार राजपूत (स्थानीय निवासी) शकूरपुर प्राइमरी स्कूल के पीछे प्लाट नंबर 2 में थाना पीजीआई के साथ आए और मेरा घर गिरवाने की धमकी देने लगे, जब हमने विरोध किया तो हमें गाली देने लगे साथ में जान से मारने की धमकी देने लगे I फिर उसी दिन मैं थाना पीजीआई गया, पुलिस को बताया लेकिन पुलिस ने कोई कार्यवाही नहीं की, पुलिस मुख्यालय गए वहां पर 29 नवंबर को प्रार्थना पत्र दिया मगर वहां बोले कि आप एसीपी कार्यालय कैंट चले जाओ फिर 4 दिसंबर को मैंने एसीपी कैंट में एप्लीकेशन दिया उन्होंने यह कह कर के आश्वासन दिया कि अभी 5 दिन के लिए काम रुक जाएगा और आगे तब तक कार्य रुका रहेगा, जब तक इस मामले का निस्तारण नहीं हो जाता I 13 नवंबर 2023 को शकूरपुर प्राइमरी स्कूल के पास विशाल कुमार राजपूत, सर्वेश कुमार राजपूत, आशु सिंह राजपूत, अभिषेक पांडे, सुशांत गोल्फ सिटी थाना के कुछ सिपाही, पीएन सिंह अपने सहयोगी वर्तमान पार्षद बृजमोहन शर्मा अपने सहयोगी प्रतिनिधि केशव मिश्रा के साथ 11:00 बजे लगभग , 12-13 मजदूरों के साथ प्लॉट पर आ गए और मेरे ही मोरंग, सीमेंट, ईट, गिट्टी द्वारा पहले से बने हुए पिलर के साथ इट जोड़कर अवैध रूप से काम करना शुरू कर दिया I इन लोगों ने मेरे रोकने पर मुझे पकड़ कर लात मार कर जान से मारने की नीयत से जमीन पर गिरा दिया तथा बृजमोहन शर्मा पार्षद पीएन सिंह का नाम जोर-जोर से लेते हुए विशाल कुमार राजपूत ने गालियां देते हुए कहा की नीची जाति का होकर,प्लाट खरीद कर दाखिल खारिज कराकर हमारे क्षेत्र में पैसा कमा ले रहा है और हमें हिस्सा नहीं दे रहा है,अगर पुलिस के पास जाता है तो पार्षदी चली जाएगी, इसे खत्म कर डालो पूरा किस्सा ही खत्म हो जाएगा I पार्षद प्रतिनिधि केशव मिश्रा ने तो कहा कि वह पार्षद है जो चाहेंगे वह भेज सकते हैं उनका तुम बाल बांका नहीं कर पाओगे I कई बार आईजीआरएस व पुलिस के अधिकारियों को सूचना दिया, पुलिस आयुक्त के पास चला जाता है, हम लोगों के खिलाफ I इसकी जमीन पर हम लोग प्लांट बनाकर बिल्डिंग बनाकर बड़े हुए दामों पर बेचकर रुपया पैसा कमा लेंगे I हम लोगों ने पुलिस को खरीद रखा है पुलिस हम लोगों का कुछ नहीं कर पाएगी यदि नितिन आज बच गया तो फिर पुलिस अधिकारियों के पास जाएगा और हमारी सभासदी भी खतरे में पड़ जाएगी I इस पर मैं आईजीआरएस के तहत व पुलिस कमिश्नर कैंट को भी प्रार्थना पत्र जाकर दिया पर थाने में कोई तहरीर नहीं लिखी गई न ही उन लोगों के विरुद्ध कोई कार्यवाही आज तक हुई जो हमने आईजीआरएस नगर निगम में दिया, उसकी भी कोई कार्यवाही नहीं हुई डीएम के यहां भी प्रति दी गई I 14 दिसंबर 2023 को मेरे मोबाइल पर पुलिस आयुक्त कैंट के यहां से वीरेंद्र जी का फोन आया था उन्होंने कहा कि आओ अपना पक्ष लेकर उपस्थित हो फिर 14 दिसंबर को लगभग 1:00 में वहां पहुंच गया वहां एसीपी महोदय मौजूद थे उन्होंने उपरोक्त लोगों व पार्षद को फोन कर बुलाया तो वह अगले दिन आकर के कहने का बात डाल दिए एसीपी महोदय ने कहा कि कल आओ रिपोर्ट लिखवा देते हैं फिर 15 दिसंबर 2023 को मैं 12:45 पर पहुंच गया फिर वहां काफी संख्या में विपक्षीगढ़ मौजूद थे I एसीपी ने मेरे सभी कागजात ले लिए लेकिन ऊंची पहुंच और रुतबे के कारण हमारी नहीं सुनी गई हमें उल्टा कहा गया कि चुपचाप यहां से चले जाओ उन लोगों को बताने दो वरना सरकारी काम में रुकावट डालने की ऐसी धाराओं में बंद कर देंगे की जेल में जिंदगी भर सड़ जाओगे I थक हार कर न्याय की गुहार लगाने के लिए इधर-उधर भटक रहा हूं, हर जगह जा रहा हूं बोलते हैं कोर्ट से स्टे लेकर आओ तभी हम लोग कुछ मदद कर पाएंगे I अब हमारे पास न्यायालय के सिवा कोई रास्ता नहीं, आप हमारी बात पहुंचाइये…..
अब सवाल ये नहीं है की उनकी कार्यवाही नहीं हो रही है I सवाल ये है की यदि कोई अपनी समस्या लेकर जाये तो जाये कहाँ? जब प्रशासन इस तरह से हाथ पर हाथ रखकर बैठा रहेगा,तब तक की वो पूरा घर बनकर तैयार हो जायेगा I ऐसे भ्र्ष्टाचारी लोग कहीं न कहीं बेख़ौफ़ हैं उन्हें न तो सरकार का डर है न प्रशासन का क्यूंकि उनकी पहुँच और रसूख का कद काफी बड़ा है I
सूबे के मुखिया योगी जी लगातार कोशिशों में लगे रहते हैं कि यदि सार्वजनिक भूमि पर किसी भी व्यक्ति का एकाधिकार है तो उसे अतिक्रमण मुक्त कराया जाए यदि निर्दोष है तो उसके घर पर जरा सा भी नुकसान नहीं होना चाहिए, जो भूमाफियां हैं उनके खिलाफ शख्त कार्यवाही हो लेकिन राजधानी लखनऊ में हो रही या फिर प्रदेश में हो रही ऐसी घटना का जिम्मेदार कौन है?
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