7 अक्टूबर 2023 से जारी इजराइल और हमास की जंग में इजराइली डिफेंस फोर्सेस (IDF) को अहम कामयाबी मिली है। इजराइली डिफेंस फोर्स (IDF) ने लेबनान में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर ड्रोन हमले में के दौरान हमास के डिप्टी लीडर सालेह अल अरूरी को मार गिराया। हमास ने भी इसकी पुष्टि की है।
हमास लीडर इस्माइल हानिए ने अरूरी की मौत का बदला लेने की कसम खाई है। उसने कहा है कि ये हमला लेबनान की संप्रभुता का उल्लंघन है। अब जो होगा उसके लिए इजराइल खुद जिम्मेदार होगा। IDF ने मंगलवार रात सेंट्रल गाजा में हमास के इंटेलिजेंस एंड कंट्रोल सेंटर पर कब्जा कर लिया।
मंगलवार को IDF की स्पेशल कमांडो यूनिट ने एक सीक्रेट ऑपरेशन किया। इस दौरान सिक्योरिटी के तीन लेयर बनाए गए थे। सेंट्रल गाजा की एक बिल्डिंग को पूरी तरह घेर लिया गया। इसके बिजली और पानी के तमाम कनेक्शन काट दिए गए। इसके बाद कमांडो और डॉग यूनिट ने बिल्डिंग के अंदर एंट्री की।
डॉग यूनिट को पहले भेजा गया और इसके बाद कमांडो यूनिट अंदर गई। इस दौरान काफी देर तक फायरिंग हुई। हमास के कई आतंकी फायरिंग में मारे गए। इस दौरान IDF की यूनिट को कोई नुकसान नहीं हुआ।
IDF ने बाद में बताया कि जिस बिल्डिंग में ऑपरेशन किया गया वो हमास का इंटेलिजेंस और कंट्रोल हेडक्वॉर्टर था। यहां से हजारों डॉक्यूमेंट्स बरामद किए गए हैं। इसके अलावा कई आतंकी भी ऑपरेशन के दौरान मारे गए।
दरअसल, कुछ दिन पहले IDF के हाथ हमास के टनल नेटवर्क और खुफिया ठिकानों के दस्तावेज लगे थे। इसके बाद ही इस ऑपरेशन की तैयारी की गई। इंटेलिजेंस सेंटर में 20 मीटर गहरी सुरंग भी मिली है। इसका इस्तेमाल हमास के सरगना करते थे।
अमेरिका के जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट के करीब फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग। अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थन को लेकर सियासी विवाद भी चल रहे हैं।
अमेरिका के जॉन एफ कैनेडी एयरपोर्ट के करीब फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन करते लोग। अमेरिका में फिलिस्तीन के समर्थन को लेकर सियासी विवाद भी चल रहे हैं।
गाजा में हमास की हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार रात मीडिया को बताया कि इजराइली हमलों में अब तक 22 हजार फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 8 लाख लोग बेघर हुए हैं।गाजा में हमास की हेल्थ मिनिस्ट्री ने मंगलवार रात मीडिया को बताया कि इजराइली हमलों में अब तक 22 हजार फिलिस्तीनी मारे गए हैं। बयान में हमास शब्द का जिक्र तक नहीं है।
बयान के मुताबिक- 9 दिन में एक हजार लोग मारे गए हैं। इसके अलावा एक और दो जनवरी के बीच 207 लोग मारे गए। 338 लोग घायल बताए गए हैं। बयान में ये भी नहीं बताया गया है कि मारे गए और घायल हुए लोगों में से कितने लोग हमास के लिए जंग में शामिल थे।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे।
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।