उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव IAS दुर्गा शंकर मिश्रा 1984 बैच को तीसरी बार सेवा विस्तार मिला है। शुक्रवार को ही 3 दिवसीय दौरे गये दिल्ली से देर रात लखनऊ वापस लौटे थे। इससे पहले यूपी के मुख्य सचिव पद पर दो बार सेवा विस्तार मिल चुका है। किसी भी राज्य सरकार के मुख्य सचिव को तीसरी बार सेवा विस्तार मिलने का यह पहला मामला बताया जा रहा है। फिलहाल दुर्गा शंकर मिश्रा बेहद आत्मविश्वास के साथ ऑल इंडिया चीफ सेक्रेटरी कॉन्फ्रेंस खत्म कर लखनऊ लौटे थे। मुख्य सचिव शनिवार को अयोध्या में पीएम की अगवानी भी किया। फिलहाल दुर्गा शंकर मिश्रा अब 2024 लोक सभा चुनाव करवाएंगे।
चीफ सेक्रेटरी का सेवाकाल 31 दिसंबर 2023 को खत्म हो रहा था लेकिन 30 दिसंबर शनिवार होने और 31 दिसंबर रविवार होने के चलते आज उनका आखिरी दिन माना जा रहा था। यूपी की ब्यूरोक्रेसी की सबसे बड़ी कुर्सी से शनिवार रात ही स्थिति साफ हो गई। ब्यूरोक्रेसी के गलियारों के जानकार सूत्रों का कहना था कि 6 महीने का उनको सेवा विस्तार मिलना तय था।
31 दिसंबर को खत्म हो रहा था कार्यकाल बता दें कि 1984 बैच के आईएएस अफसर दुर्गा शंकर मिश्र को पिछले साल केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से मुक्त कर यूपी भेजने का प्रस्ताव रखा गया था। साथ ही एक साल का कार्यकाल विस्तार की बात भी कही गई थी।
31 दिसंबर 2022 को उनका कार्यकाल खत्म हो गया था। इसके बाद एक साल का सेवा विस्तार किया गया था। अब 31 दिसंबर 2023 को उनका कार्यकाल फिर से समाप्त हो रहा है। ऐसे में माना जा रहा है 6 माह का सेवा विस्तार उन्हें दिया जाएगा।
कौन हैं दुर्गा शंकर मिश्र? मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, दुर्गा शंकर मिश्रा उत्तर प्रदेश के मऊ जिले के रहने वाले हैं। दुर्गा शंकर मिश्र ने आईआईटी कानपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है। वे यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टन सिडनी से एमबीए कर चुके हैं। साथ ही इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल स्टडीज, द हेग से पब्लिक पॉलिसी में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा भी किया है।
इन नामों की थी चर्चा दुर्गा शंकर मिश्र के अलावा यूपी सरकार में मुख्य सचिव की रेस में कई वरिष्ठ अफसरों के नामों की भी चर्चा थी। दुर्गा शंकर मिश्र को सेवा विस्तार नहीं मिलता है तो 1987 और 1988 बैच के अफसर इस रेस में सबसे आगे थे। इस रेस में वरिष्ठ आईएएस मनोज कुमार सिंह का नाम था। मनोज कुमार वर्तमान में कृषि उत्पादन आयुक्त, अवस्थापना एवं आद्योगिक विकास आयुक्त और अपर मुख्य सचिव पंचायती राज की जिम्मेदारी है।