पीथमपुर सेक्टर-3 बगदून थाना अंतर्गत पिता के इश्योरेंस क्लेम के रुपयों के लिए बेटों ने पिता का ही गला काटकर और सिर को पत्थर से कुचल कर हत्या कर दी।
हत्या करने के बाद पुलिस से बचने के लिए विधिवत रूप से पिता का अंतिम संस्कार कर दिया। पुलिस ने आरोपितों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी कैमरों की सहायता ली, तो कुछ सीसीटीवी फुटेज में बेटे ही पिता को बाइक पर ले जाते हुए नजर आए। बेटों से पूछताछ की तो उन्होंने होम लोन, पर्सनल लोन और अन्य कर्ज पिता के इंश्योरेंस क्लेम से चुकाने के लिए हत्या करने की बात कुबूली।
नौ सीसीटीवी फुटेज में पिता को ले जाते हुए दिखे
जानकारी के अनुसार 24 नवंबर को कंचन विहार कालोनी के अंत में करवासा की ओर बन रहे नए रोड के पास व्यक्ति का शव मिला था। जिसका सिर पत्थर से कुचला हुआ था और गला धारदार हथियार से कटा हुआ था। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई थी। व्यक्ति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। इसके बाद थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी ने धार पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक डा. इंद्रजीत वाकलकर और नगर पुलिस अधीक्षक अमित मिश्रा के मार्गदर्शन में अलग-अलग टीमों का गठन किया।
फुटेज में बाइक पर दिखे पिता और बेटे
एक टीम ने मृतक की पहचान भोला पुत्र भैय्यालाल सोनी (44) निवासी कंचन विहार कालोनी के रूप में की। इसके बाद जांच के लिए टीम ने कालोनी और आसपास के क्षेत्र के सैकड़ों सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इनमें से नौ सीसीटीवी फुटेज में भोला सोनी अपने दोनों बेटे दीपक (23) व सचिन (19) के साथ में बाइक पर घूमते हुए नजर आया। हत्या के समय के अनुसार सीसीटीवी फुटेज की टाइमिंग भी सही हुई और पुलिस ने इस आधार पर दोनों बेटों को हिरासत में लिया और पूछताछ की। इसमें दोनों ने पिता की हत्या करने की बात स्वीकारी। दोनों पीथमपुर स्थित फैक्ट्री में काम करते हैं।
दोनों बेटों ने हत्या करने की साजिश रची
हत्या के आरोपित बेटे दीपक और सचिन सोनी ने बताया कि उन पर होम लोन, पर्सनल लोन, बाइक लोन सहित करीब 15-17 लाख रुपये का कर्ज था। पिता भोला शराब का आदी था और आए दिन विवाद और गाली-गलौच करता था। इससे परेशन होकर और कर्ज के रुपये चुकाने के लिए पिता की हत्या कर इंश्योरेंस के रुपये क्लेम करने के लिए दोनों ने मिलकर पिता की हत्या करने की साजिश की।
पहले पिता को बाजार में घुमाया
दोनों ने अपनी बाइक ली और पिता को घूमने चलने के लिए कहा। भोला नशे में था और वह अपने बेटों के साथ बैठ गया। इसके बाद आरोपित बेटों ने पिता को बाइक पर बाजार घुमाया। इसके बाद घर से करीब 500 मीटर दूरी पर लेकर गए। जहां हथियार से पिता का गला काटा इसके बाद सिर को पत्थर से कुचल गया और घर चले गए।
बचाव में अनजान बने रहे बेटे
घटना के बाद जब पुलिस पहुंची तो बचाव में अंजान बने रहे। विधिवत रूप से पिता का अंतिम संस्कार भी किया। उक्त सनसनीखेज कत्ल की खुलासा करने में थाना प्रभारी पीथमपुर राजेंद्र सोनी, उपनिरीक्षक लोकेंद्र चौधरी, प्रकाश साही, सहायक उपनिरीक्षक विनोद पटेल, कृष्णदत्त मिश्रा, आरक्षक करन कौशल, दिलीप यादव, लखन जादव, सचिन सोनेर, राजकुमार चौधरी, गौरव चौधरी तथा महिला आरक्षक शीतल चौहान का सराहनीय योगदान रहा।