बहुजन समाज पार्टी अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर बुधवार को उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहां कि अगर देश की सरकारें संविधान के पवित्र उसूलों के तहत काम करतीं, तो करोड़ों गरीबों को कई मुसीबतों से मुक्ति मिल गई होती। मायावती ने सुबह लखनऊ में आंबेडकर के 67वें परिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित किया।
बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख एवं यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने अम्बेडकर जयंती पर प्रदेशवासियों को शुभकामनाएं भी दीं। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब का जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों मजदूरों वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण।
मायावती ने कहा कि अति-मानवतावादी व कल्याणकारी संविधान देकर आधुनिक भारत की मजबूत नींव रखने वाले परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर को आज उनकी जयंती पर शत-शत नमन व अपार श्रद्धा सुमन अर्पित। उनका जीवन संघर्ष करोड़ों गरीबों, मजदूरों, वंचितों व अन्य मेहनतकशों के लिए आज भी उम्मीद की किरण।
विपक्षी पार्टियों पर हमलावर होते हुए मायावती बोलीं, इस दौरान संकीर्ण, जातिवादी, पूंजीवादी व साम्प्रदायिक ताकतों ने बीएसपी को कमजोर करने के लिए हर प्रकार के घिनौने हथकंडे अपनाए, लेकिन ऐसे उतार-चढ़ावों के बावजूद पार्टी से जुड़े लोग पूरी मजबूती व समर्पन के साथ तन, मन, धन से मैदान में डटे रहे, जिसके लिए सभी का तहेदिल से आभार।