हमास ने सीजफायर के 7वें दिन 8 बंधकों को आजाद किया। इनमें से 2 महिलाएं गुरुवार दोपहर में ही रिहा कर दी गई थीं। 6 बंधकों को शाम को रिहा किया गया। बदले में इजराइल 30 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। इनमें 22 बच्चे और 8 महिलाएं शामिल हैं।
हमास ने 7वें बैच में 40 साल की अमित सौंसना को आजाद किया। सौंसना किबुत्ज कफार अज्जा में रहती हैं। 7 अक्टूबर को हमास हमले के दौरान सौंसना ने अपने परिवार से बात की थी। उन्हें बताया था कि घर के बाहर आतंकी हैं। ये बोलने के बाद घर में गोलीबारी होने लगी। घरवाले नहीं जानते थे कि सौंसना को क्या हुआ है। 29 अक्टूबर को सेना ने जानकारी दी कि हमास ने उन्हें बंधक बना लिया है।
हमास ने सीजफायर के 7वें दिन 21 साल की मिया स्कीम को आजाद किया। मिया वही बंधक है जिसके इलाज का वीडियो हमास ने 17 अक्टूबर को जारी किया था। हमास ने वीडियो जारी करते हुए कहा था कि विदेशी नागरिक हमारे मेहमान हैं। सभी बंधकों का ध्यान रखा जा रहा है। हालात सुधरने पर हम इन्हें रिहा कर देंगे। मिया के पास फ्रांस और इजराइल दोनों देशों की नागरिक है।
इजराइली सेना हमास के खात्मे के लिए वेस्ट बैंक में रेड कर रही है। यहां रातभर में 23 फिलिस्तीनियों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से 10 हमास के आतंकी हैं। 7 अक्टूबर के बाद से अब तक वेस्ट बैंक में रह रहे 2100 से ज्यादा फिलिस्तीनियों के गिरफ्तार किया जा चुका है। सेना का कहना है कि इन लोगों के पास से हथियार बरामद हुए थे।
24 नवंबर को शुरू हुए सीजफायर के बीच गाजा में 1.132 ट्रक मदद लेकर गाजा पहुंचे हैं। यह जानकारी फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी (PRCS) ने दी। सीजपायर के दौरान हर दिन जरूरत का सामान लिए 220 ट्रकों ने गाजा में एंट्री ली। जंग के पहले यहां 500 ट्रक मदद लेकर पहुंचते थे। वहीं, मदद पहुंचाने वाली कई एजेंसी का कहना है कि गाजा में हर दिन 200 से ज्यादा ट्रक मदद लेकर पहुंच रहे हैं, लेकिन ये मदद वहां रह रहे लोगों के लिए काफी नहीं है।
ईसाइयों के सबसे बड़े धर्म गुरु पोप फ्रांसिस ने पिछले महीने इजराइली राष्ट्रपति इसहाक हर्जोग से बात की थी। उन्होंने कहा था- गाजा में जो इजराइली हमले हो रहे हैं वो आतंकवाद है। आतंक को आतंक से खत्म नहीं किया जा सकता। वहीं, पिछले हफ्ते पोप ने जनता को संबोधित करते हुए कहा था- हम जंग से आगे निकल चुके हैं। ये जंग नहीं है। ये आतंकवाद है।
हमास ने इजराइल पर 7 अक्टूबर को हमला किया था। उसने इजराइल के खिलाफ अपने ऑपरेशन को ‘अल-अक्सा फ्लड’ नाम दिया। इसके जवाब में इजराइल की सेना ने हमास के खिलाफ ‘सोर्ड्स ऑफ आयरन’ ऑपरेशन शुरू किया। हमास के सैन्य कमांडर मोहम्मद दीफ ने कहा था- ये हमला यरुशलम में अल-अक्सा मस्जिद को इजराइल की तरफ से अपवित्र करने का बदला है। दरअसल, इजराइली पुलिस ने अप्रैल 2023 में अल-अक्सा मस्जिद में ग्रेनेड फेंके थे
वहीं, हमास के प्रवक्ता गाजी हामद ने अल जजीरा से कहा था- ये कार्रवाई उन अरब देशों को हमारा जवाब है, जो इजराइल के साथ करीबी बढ़ा रहे हैं। हाल ही के दिनों में मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया था कि अमेरिका की पहल पर सऊदी अरब इजराइल को देश के तौर पर मान्यता दे सकता है।