फातिमा सना शेख बॉलीवुड की एक पॉपुलर एक्ट्रेस हैं। फातिमा ने साल 1997 की फिल्म ‘चाची 420’ में बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट काम किया था। 2016 में आई फिल्म ‘दंगल’ से फातिमा सुर्खियों में आ गईं। ‘दंगल’ फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई की थी।में फातिमा ने बताया कि वे आमिर को बहुत रियल और ईमानदार मानती हैं। फातिमा ने ये भी कहा कि ‘दंगल’ फिल्म के ऑडिशन के समय 21000 लड़कियों में से उनका सिलेक्शन हुआ था।
फातिमा सना शेख ने बचपन की बातें करते हुए कहा, ‘मैं चार या साढ़े चार साल की थी जब मैंने फिल्म ‘चाची 420′ की थी। मैंने बचपन में ही काफी काम कर लिया था। एक समय पर लगा थोड़ा मस्ती करना भी जरूरी होता है। फिर जब एक्टिंग करनी वापस से शुरू की, तो फिर से स्ट्रगल शुरू हो गया था।’
फातिमा अपने करियर में ‘दंगल’ को सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट मानती हैं। उन्होंने कहा, ‘मेरा सिलेक्शन 21000 लड़कियों में से हुआ था, और बहुत सारे ऑडिशन राउंड हुए थे। ऑडिशन शॉर्टलिस्ट होने में भी समय लगा था। मैं मानती हूं अपनी काबिलियत की वजह से मैं उस रोल के लिए सिलेक्ट हुई थी।’
फिल्म ‘दंगल’ के लिए फातिमा को अपनी बॉडी पर भी काफी काम करना पड़ा। फिजिकल ट्रांसफॉरमेशन की बात करते हुए उन्होंने कहा, ‘ फिल्म के लिए बॉडी तैयार करने में भी आठ महीने लगे थे। हफ्ते में छह दिन व्यायाम और छह दिन कुश्ती करती थी। यहां तक कि रविवार को भी थोड़ी रनिंग करती थी। मकसद बहुत साफ था। मुझे पता था कि फिल्म के लिए मुझे रेसलर बनना था। रेसलर बनना यानी कि वजन बढ़ाना था और कुश्ती भी सीखनी थी।’
आमिर खान के बारे में फातिमा ने बताया कि वे बहुत रियल, सीरीयस, समय पर आने वाले एक्टर हैं। आमिर हमेशा अपनी लाइंस याद करके आते हैं। ऐसा लोगों को जरूर लगता है कि स्टार्स के साथ काम करना बहुत मुश्किल होता है, लेकिन ऐसा नहीं है। स्टार्स नेचर से बहुत गिविंग होते हैं।
फातिमा ने अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ में भी काम किया है। उन्होंने अपना एक्सपीरियंस शेयर करते हुए कहा, ‘अमिताभ बच्चन एक बहुत बड़े एक्टर हैं। हम सब ने उनको स्क्रीन पर परफॉर्म करते हुए बचपन से देखा है। मैं खुद को बहुत खुशकिस्मत मानती हूं कि मुझे इतने बड़े-बड़े एक्टर्स के साथ काम करने का मौका मिला।’
फातिमा से उनके करियर के सबसे मुश्किल रोल के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने बताया कि कोई भी रोल आसान नहीं होता। सारे रोल में चुनौतियां होती हैं। ऐसा लगता जरूर है कि ‘दंगल’ सबसे ज्यादा मुश्किल रही होगी, लेकिन ऐसा नहीं है।