भारतीय फैंस के लिए क्रिकेट वर्ल्ड कप जीत पाने का सपना अब भी सपना ही रह गया। 12 साल बाद टीम ने फाइनल में जगह बनाई लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने ट्रॉफी जीतने का इंतजार और लंबा कर दिया। कप्तान रोहित शर्मा और अनुभवी विराट कोहली ने पूरा दम लगाया लेकिन टीम को चैंपियन नहीं बना सके।
36 साल के रोहित और 35 साल के विराट के लिए वर्ल्ड कप जीतने का ये आखिरी मौका भी साबित हो सकता है। क्योंकि 2027 में अगला वर्ल्ड कप खेला जाएगा और संभव है कि तब तक 40 साल के रोहित और 39 साल के विराट क्रिकेट को अलविदा कह दें। ये होना कितना संभव है चलिए इसे जान लेते हैं…टीम इंडिया को 12 साल बाद वर्ल्ड कप फाइनल में पहुंचाने वाले कप्तान रोहित शर्मा फिलहाल 36 और विराट कोहली 35 साल के हैं। 2027 का वर्ल्ड कप साउथ अफ्रीका, जिम्बाब्वे और नामीबिया में होगा। सब कुछ सही रहा तो टूर्नामेंट तय शेड्यूल के अनुसार फरवरी और मार्च महीने में खेला जाएगा। इस हिसाब अगले वर्ल्ड कप तक रोहित 39 और कोहली 38 साल के होंगे। टूर्नामेंट अगर सितंबर से नवंबर के बीच हुआ तो रोहित 40 और कोहली 39 साल के हो जाएंगे।21वीं सदी में भारत के सबसे उम्रदराज खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर रहे, जिन्होंने 40 साल 204 दिन की उम्र में अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच खेला था। उनके अलावा बैटर्स में राहुल द्रविड़ और महेंद्र सिंह धोनी ही ऐसे 2 भारतीय हैं, जो 38 साल से ज्यादा की उम्र पार करने के बाद भी खेलते रहे। गेंदबाजों में आशीष नेहरा और अनिल कुंबले ने 38 साल की उम्र में संन्यास लिया।
21वीं सदी में भारत के लिए 180 खिलाड़ियों ने तीनों फॉर्मेट का क्रिकेट खेला। लेकिन 5 ही खिलाड़ी 38 साल से ज्यादा की उम्र तक क्रिकेट खेल सके। इनमें भी नेहरा को छोड़कर बाकी 4 प्लेयर्स ने 400 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेले और बैटर्स में तीनों ने 500 से ज्यादा मैच खेल लिए।
यानी बैटर रोहित और विराट को 38 साल की उम्र तक क्रिकेट खेलने के लिए कम से 500 मैचों का आंकड़ा तो पार करना ही होगा। विराट 35 की उम्र में ही 518 मुकाबले खेल चुके हैं, वहीं रोहित भी कुछ सालों में इस आंकड़े को पार कर देंगे। रोहित ने फिलहाल 462 इंटरनेशनल मुकाबले खेले हैं। 21वीं सदी के ट्रेंड के हिसाब से 40 साल की उम्र में रोहित का 2027 का वर्ल्ड कप खेलना नामुमकिन नहीं है, लेकिन क्या ये सच में पॉसिबल हो पाएगा?
21वीं सदी के स्टैट्स इसलिए लिए क्योंकि मॉडर्न डे क्रिकेट में खिलाड़ियों के बहुत ज्यादा ऑप्शन हैं। ऐसे में उम्रदराज और आउट ऑफ फॉर्म खिलाड़ियों का टीम में टिक पाना बहुत मुश्किल है। टीम इंडिया में भी गौतम गंभीर, वीरेंद्र सहवाग, युवराज सिंह, जहीर खान, वीवीएस लक्ष्मण, सौरव गांगुली, हरभजन सिंह जैसे कई दिग्गज खिलाड़ी रहे। लेकिन फिटनेस और फॉर्म के कारण 38 की उम्र पार करने से पहले ही टीम से बाहर कर दिए गए।
37 साल के शिखर धवन इस बात का लेटेस्ट एग्जाम्पल हैं। वह 2013 और 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी के साथ 2015 के वर्ल्ड कप में भी भारत के टॉप रन स्कोरर रहे। लेकिन 24 साल के शुभमन गिल के आ जाने से उन्हें ओपनिंग पोजिशन खाली करनी पड़ी। अब वह टीम इंडिया के किसी भी फॉर्मेट की टीम में जगह नहीं बना पा रहे। अगर फॉर्म साथ नहीं रहा तो रोहित और विराट के साथ भी कुछ ऐसा ही हो सकता है।
रोहित और विराट 2024 में होने वाला टी-20 वर्ल्ड कप जरूर खेल सकते हैं क्योंकि अगले साल जून तक रोहित 37 और विराट 35 के ही रहेंगे। लेकिन दोनों खिलाड़ियों ने पिछले साल टी-20 वर्ल्ड कप सेमीफाइनल के बाद से इस फॉर्मेट में इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला। यानी टीम इंडिया ने क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में दोनों के ऑप्शन तैयार करने पर ध्यान देना शुरू कर दिया है।
अनुभव के आधार पर दोनों 2024 का टी-20 वर्ल्ड कप जरूर खेल लेंगे लेकिन 2026 तक दोनों का टी-20 वर्ल्ड कप खेल पाना बहुत मुश्किल है। दोनों 2025 की चैंपियंस ट्रॉफी का हिस्सा भी रह सकते हैं, क्योंकि तब तक रोहित 38 और विराट 36 के रहेंगे। ICC का ये टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में खेला जाएगा और दोनों खिलाड़ी इस फॉर्मेट में फिलहाल बहुत अच्छा खेल रहे हैं।
2025 की चैंपियंस ट्रॉफी जून या अक्टूबर में खेली जाएगी। 8 टीमों के इस टूर्नामेंट में 15 मुकाबले होते हैं और एक टीम ज्यादा से ज्यादा 5 ही मुकाबले खेलती है। रोहित अगर तब तक टीम का हिस्सा बने रहे तो वह 38 साल के होंगे। अगर 500 से ज्यादा इंटरनेशनल मैच खेलने वाले खिलाड़ियों के रिटायरमेंट का ट्रेंड कन्टीन्यू रहा तो रोहित 38 साल की उम्र तक खेलेंगे। बहुत ज्यादा चांस है कि इसी ICC टूर्नामेंट के बाद वह संन्यास ले लेंगे।
2 साल बाद ही होने वाले ICC के चैंपियंस ट्रॉफी टूर्नामेंट में विराट कोहली की उम्र 36 साल होगी। उनके इंटरनेशनल मुकाबले तो 600 के पास पहुंच जाएंगे लेकिन उम्र और फिटनेस को देखते हुए संन्यास लेने के चांस कम रहेंगे।
हालांकि बहुत ज्यादा चांस है कि वह टी-20 फॉर्मेट खेलना छोड़ दें। इसके पीछे 2 वजह है, 2021 में जब उन्होंने टी-20 फॉर्मेट की कप्तानी छोड़ी थी, तब उन्होंने कहा था कि इस फॉर्मेट के बहुत ज्यादा मुकाबले होने से वह वनडे और टेस्ट की कप्तानी पर फोकस नहीं कर पा रहे। ऐसा वह खेलते हुए भी सोच सकते हैं। दूसरी वजह ये कि विराट का फोकस उस वक्त पूरी तरह से टीम को वनडे वर्ल्ड कप जिताने पर होगा। ऐसे में संभव है कि वह 2026 का टी-20 वर्ल्ड कप न खेले।
2026 का टी-20 वर्ल्ड कप ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में होगा, बहुत ज्यादा चांस है कि टूर्नामेंट मार्च के महीने में हो। तब तक विराट 37 साल के होंगे। वह टूर्नामेंट खेल तो सकेंगे लेकिन उनकी विचारधारा को देखते हुए ये थोड़ा मुश्किल होगा। अगर विराट ने टी-20 छोड़ दिया तो बहुत ज्यादा चांस है कि वह 2027 का वनडे वर्ल्ड कप खेले और इसी ICC टूर्नामेंट को अपने क्रिकेट करियर का अंत मानकर रिटायरमेंट भी ले लें।
रोहित शर्मा ने 2015 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेला था और अब तक वह 28 मुकाबलों में 7 शतक लगा चुके हैं। उनके नाम 60.57 की औसत से 1575 रन हैं। टी-20 वर्ल्ड कप में उन्होंने 39 मुकाबलों में 963 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट करीब 128 का रहा। यानी वनडे और टी-20 दोनों ही फॉर्मेट के वर्ल्ड कप में उन्होंने बेहतरीन बैटिंग की है। 2019 के वनडे वर्ल्ड कप में तो वह टॉप रन स्कोरर (648 रन) रहे थे और 2023 में उन्होंने बतौर कप्तान एक सीजन में सबसे ज्यादा रन (597 रन) बनाने का रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
रोहित 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी टीम का हिस्सा रहे थे। तब टीम इंडिया चैंपियन बनी थी। तब से उन्होंने सभी टी-20 वर्ल्ड कप खेले, लेकिन टीम खिताब नहीं जीत सकी। 2014 में टीम रनर-अप रही और 2016 और 2022 में सेमीफाइनल हार गई। रोहित 2011 का वनडे वर्ल्ड कप नहीं खेल सके। 2015, 2019 और 2023 में उन्होंने टूर्नामेंट खेला लेकिन टीम तीनों ही बार खिताब नहीं जी सकी।
विराट कोहली ने 2011 में पहली बार वनडे वर्ल्ड कप खेला, तब 22 साल के विराट ने टीम को कप उठाते हुए भी देखा। इसके बाद उन्होंने टीम इंडिया के लिए सभी ICC टूर्नामेंट में हिस्सा लिया। वनडे वर्ल्ड कप में विराट इस बार प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे और अब 4 टूर्नामेंट में 1795 रन बना चुके हैं। सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ियों में उनसे आगे अब सचिन तेंदुलकर ही हैं, जिनके नाम 2278 रन हैं।
टी-20 वर्ल्ड कप में विराट बैटिंग से और भी ज्यादा सफल रहे। वह टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा 1141 रन बनाने वाले बैटर हैं। उन्होंने 2014 और 2016 में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का अवॉर्ड भी जीता था। इतना ही नहीं 2022 में भी वह टॉप रन स्कोरर रहे थे।
2011 में विराट ने टीम इंडिया के साथ वनडे वर्ल्ड कप जीता, लेकिन 2015, 2019 और 2023 में टीम को चैंपियन नहीं बना सके। विराट अब तक टी-20 वर्ल्ड कप विजेता भी नहीं बन सके हैं। उन्होंने 2012 में पहली बार इस फॉर्मेट का वर्ल्ड कप खेला, तब टीम नॉकआउट में नहीं पहुंच सकी। 2014 में टीम रनर-अप रही, जबकि 2016 और 2022 में सेमीफाइनल हारकर बाहर हो गई। 2021 में भी टीम ग्रुप स्टेज भी पार नहीं कर सकी।
यशस्वी जायसवाल, बेहद सीधा और सरल ऑप्शन हैं। 21 साल के लेफ्ट हैंड ओपनिंग बैटर यशस्वी मुंबई से ही घरेलू क्रिकेट खेलते हैं और भारत के लिए टेस्ट और टी-20 फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं। टेस्ट में तो उन्होंने रोहित के साथ ही ओपनिंग की थी और अब तक एक शतक और एक फिफ्टी लगा चुके हैं। टी-20 में भी उनके नाम एक इंटरनेशनल शतक हैं। वह पिछले IPL सीजन में भी खुद को टी-20 के बड़े स्टेज पर साबित कर चुके हैं।
रोहित ओपनिंग पोजिशन पर बैटिंग करते हैं और उनके रिप्लेसमेंट के रूप में यशस्वी के अलावा ऋतुराज गायकवाड, पृथ्वी शॉ, देवदत्त पड्डीकल और ईशान किशन भी ऑप्शन हैं। लेकिन सभी को यशस्वी के प्रदर्शन से तगड़ी फाइट करनी होगी।
कोई नहीं, विराट इस वक्त टीम इंडिया की वनडे टीम में सचिन तेंदुलकर की बराबरी पर पहुंच चुके हैं। जिस तरह तेंदुलकर की पोजिशन कोई नहीं ले सकता था और उसी तरह इस वक्त विराट की जगह भी कोई नहीं है।
शुभमन गिल अगर लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट में मिडिल ऑर्डर पर बैटिंग करना शुरू कर दें और विराट के बेस्ट रिप्लेसमेंट होंगे। 24 साल के शुभमन ICC वनडे रैंकिंग के नंबर-1 बैटर हैं और सबसे तेज 2000 रन भी बना चुके हैं। भारत के लिए 3 ICC टूर्नामेंट खेल चुके शुभमन ने तीनों फॉर्मेंट में सेंचुरी बना ली है और लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। हालातों को देखते शुभमन फिलहाल वनडे और टी-20 में ओपनिंग ही करेंगे और टीम इंडिया को विराट का रिप्लेसमेंट तैयार करने में समय लग जाएगा
शुभमन के अलावा श्रेयस अय्यर भी नंबर-3 पर बैटिंग करने में सक्षम हैं। इनके अलावा तिलक वर्मा मिडिल ऑर्डर पर अच्छे ऑप्शन हैं लेकिन उन्हें अभी टीम का हिस्सा बनने में समय लगेगा। फिर भी ऑप्शन चाहिए तो 2 महीने बाद श्रीलंका में अंडर-19 वर्ल्ड कप होगा। हो सकता है, यहां कोई युवा सितारा विराट और शुभमन जैसी काबिलियत और टेक्निक दुनिया के सामने रख दे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पिछले एक साल में रोहित और विराट को टी-20 से बाहर रखा। इस दौरान हार्दिक पंड्या ने लिमिटेड ओवर्स में टीम की कमान संभाली। ऐसे में वह लिमिटेड ओवर्स में सीधे तौर पर रोहित को रिप्लेस कर देंगे। लेकिन उनके साथ एक समस्या इंजरी की है। वह वनडे वर्ल्ड कप के चौथे ही मैच में इंजर्ड हो गए और टीम इंजर्ड खिलाड़ी को कप्तान बनाने का दांव नहीं खेलना चाहेगी।
हार्दिक के अलावा केएल राहुल और श्रेयस अय्यर वनडे फॉर्मेट में कप्तान बन सकते हैं। राहुल फिलहाल 31 साल के हैं, टूर्नामेंट में उनकी बैटिंग और विकेटकीपिंग दोनों शानदार रहीं, साथ ही उन्होंने DRS लेने में भी कप्तान को ज्यादातर समय सही फैसले तक पहुंचाया। 2027 में वह 35 साल के होंगे और इस समय कप्तान बनने के सबसे ज्यादा हकदार भी हैं।
इनके अलावा श्रेयस अय्यर और शुभमन गिल भी वनडे में कप्तानी कर सकते हैं। शुभमन 24 और श्रेयस 28 साल के हैं। अय्यर को IPL में दिल्ली और कोलकाता की कप्तानी का अनुभव है और शुभमन में टीम का अगला सुपरस्टार बनने की क्षमता। फॉर्म साथ रहा तो दोनों ही आने वाले सालों में टीम के अगले रोहित-विराट होंगे।
हार्दिक अगर ज्यादातर समय इंजर्ड ही रहे तो रोहित की जगह सूर्यकुमार यादव को टी-20 फॉर्मेट में नया कप्तान बनाया जा सकता है। वह ICC रैंकिंग के नंबर-1 बैटर हैं और टीम में जगह बनाने के बाद से लगातार इस फॉर्मेट में अच्छा कर रहे हैं। फिलहाल तो वह नंबर-4 पर बैटिंग करते हैं लेकिन रोहित की जगह ओपनिंग भी कर सकते हैं।
टेस्ट फॉर्मेट में इस वक्त कप्तानी के 2 ही ऑप्शन हैं, दोनों ही विकेटकीपिंग करते हैं। पहले केएल राहुल और दूसरे ऋषभ पंत। अपनी आक्रामक बैटिंग के लिए मशहूर पंत के लिए कहा गया था कि वे लिमिटेड ओवर्स में सफल होंगे। लेकिन उन्होंने सभी को गलत साबित किया और टेस्ट में भारत के बेस्ट विकेटकीपर बैटर साबित हुए। वह साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में सेंचुरी लगा चुके हैं और इस वक्त टेस्ट कप्तान बनने के सबसे बड़े दावेदार हैं। उनके अलावा राहुल और जसप्रीत बुमराह भी ऑप्शन हैं। लेकिन बुमराह के इंजर्ड होने का खतरा ज्यादा रहता है और राहुल टेस्ट में आउट ऑफ फॉर्म हैं।