मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव BJP से 2024 लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। इसके लिए उन्होंने तैयारी शुरू कर दी है। सोमवार को अपर्णा दिल्ली पहुंचीं। बीजेपी दफ्तर में राष्ट्रीय संगठन महासचिव बीएल संतोष और राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल से मुलाकात की।
दोनों नेताओं से अलग-अलग बंद कमरे में बात हुई। बीएल संतोष से 25 मिनट तो सुनील बंसल से 15 मिनट तक चुनाव को लेकर चर्चा हुई। 40 मिनट बाद बीजेपी दफ्तर से बाहर निकलीं अपर्णा काफी खुश दिखीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि वह चुनाव तो लड़ेंगीं, लेकिन अपने परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ चुनावी मैदान में नहीं उतरेंगी।
2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए अपर्णा यादव का ये दिल्ली दौरा काफी अहम माना जा रहा है। मुलाकात के बाद राजनीतिक गलियारे में अटकलें लगने लगी हैं कि BJP इस बार अपर्णा को यूपी से लोकसभा चुनाव का टिकट भी दे सकती है। इसी सिलसिले में उन्होंने बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व से मुलाकात की है।
अपर्णा यादव 2022 में हुए यूपी विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हो गईं थीं। उन्हें दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और तत्कालीन प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी की सदस्यता दिलाई थी। चर्चा थी कि अपर्णा लखनऊ कैंट से टिकट नहीं मिलने से अखिलेश से नाराज थीं।
अपर्णा ने भाजपा की सदस्यता लेने के बाद PM मोदी और CM योगी का आभार जताते हुए कहा था कि मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। मुझे आपका सहयोग बहुत जरूरी है। स्वच्छ भारत मिशन, महिलाओं के स्वावलंबन ओर पार्टी की अन्य योजनाओं से बहुत प्रभावित रही हूं। जो भी कर सकूंगी, पूरी क्षमता से करूंगी।
तभी से माना जा रहा था कि बीजेपी उन्हें पार्टी में कोई बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। बीजेपी में शामिल होने के बाद न तो उन्हें कोई चुनाव लड़ाया गया है और ना हीं विधान परिषद या राज्यसभा भेजा गया। उन्होंने एक सभा के दौरान यह भी कहा था कि आलाकमान उनकी मेहनत को देख रहा है और उनके बारे में जरूर सोचेंगे।
गौरतलब है कि अपर्णा यादव, मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू हैं। बीते साल 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव का निधन हो गया था। हालांकि निधन के बाद प्रतीक यादव ने कहा था कि नेताजी की राजनीतिक विरासत को अखिलेश यादव ही संभालेंगे। वहीं दूसरी ओर अपर्णा यादव समाजवादी पार्टी से अलग बीजेपी में लगातार एक्टिव हैं। लेकिन परिवार के खिलाफ वो बोलने से बचती रही हैं।
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनाव में मैनपुरी से डिंपल यादव, बदायूं से धर्मेंद्र यादव, फिरोजाबाद से अक्षय यादव के अलावा यादव परिवार के कई सदस्यों के चुनाव लड़ने की चर्चा है। ऐसे में सूत्रों की माने तो परिवार के किसी भी सदस्य के खिलाफ वो चुनाव नहीं लड़ना चाहती हैं।
अगर अखिलेश यादव के परिवार की बात करें तो फिरोजाबाद, मैनपुरी, कन्नौज, आजमगढ़, इटावा और बदायूं लोकसभा सीट पर चुनाव लड़ते रहे हैं। अब बीजेपी अपर्णा यादव के जरिए यादव वोटर्स को साधने की कोशिश में लगी हुई है। यूपी में आगामी चुनाव को देखते हुए बीजेपी ओबीसी वोटर्स पर फोकस कर रही है। ओबीसी वोटर्स का सबसे बड़ा हिस्सा यादवों का है।
वहीं दूसरी ओर बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर अपनी तैयारियों को धार देना शुरू कर दिया है। पार्टी स्थानीय संगठन से लेकर हर स्तर पर अपनी तैयारियों की लगातार समीक्षा कर रही है। बीते दिनों में यूपी के कई बड़े नेता दिल्ली के दौरे पर रहे हैं। बड़े नेताओं के इन दौरों ने राज्य में सियासी माहौल को और हवा दे दी है।