करीब 2 महीने पहले ओपी राजभर ने अपनी पार्टी सुभासपा का NDA से गठजोड़ किया। उन्होंने सपा से नाता तोड़कर भाजपा का साथ पकड़ लिया। इसी के साथ कहा जाने लगा कि राजभर के आने भाजपा मजबूत होगी। उन्हें योगी सरकार में मंत्री भी बनाया जाएगा।
इसके बाद घोसी के सपा से विधायक दारा सिंह चौहान भी भाजपा में आ गए। उन्होंने अपनी विधायकी भी छोड़ दी। फिर उपचुनाव हुआ और भाजपा ने घोसी से दारा सिंह को ही मैदान में उतारा। इसके बाद शुरू हुआ ओपी राजभर के दावों का सिलसिला। उन्होंने अपना दम-खम दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी।