यूपी के दस शिक्षण संस्थानों में फर्जी दस्तावेजों के सहारे 100 करोड़ से अधिक की छात्रवृत्ति मामले में चार्जशीट से बड़ा खुलासा सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक जिसमें जांच में सामने आया है कि पूरे खेल का मास्टरमाइंड हाइजिया कालेज प्रबंधन था। सबसे ज्यादा कालेजों ने डिप्लोमा कोर्स के माध्य से छात्रवृत्ति हड़पी गई। क्योंकि होम एक्जाम की व्यवस्था के चलते इन कालेजो में न ही कोई क्लास चली, न पेपर हुए। जल्द ही इस मामले में एसआईटी तत्कालीन जिम्मेदार विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों के भी नाम अपनी एफआईआर में बढ़ाने की तैयारी कर रही है।
जांच में सामने आया है कि एडमिशन के वक्त ही छात्र-छात्रों से उत्तर पुस्तिका पर साइन करवा लिए जाते थे। जिसमें अधिकतर PGDM के विद्यार्थी होते थे।
इनकी उत्तर पुस्तिका को टीचर लिखते थे। छात्रों ने अपने बयान में पुष्टि की है कि उन लोगों ने कभी परीक्षा नहीं दी। कुछ का कहना है कि उन्हें सिर्फ एक बार 10 हजार रुपया दिया गया। वहीं कई का कहना है कि उनको एक भी पैसा नहीं दिया गया।
मामले की जांच कर रही एसआईटी ने पूरे मामले में 30 लोगों के बयान दर्ज किए। जिसमें कालजे के कर्मचारियों और छात्रों के साथ ही बैंक कर्मियों, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, जिला समाज कल्याण विभाग और अल्पसंख्यक समाज कल्याण निदेशालय आदि के कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल है।
एसटीआई ने इन लोगों से छात्रवृत्ति से जुड़े कई साक्ष्य एकत्र किए हैं। जिसमें संबंधित विभागों से जुड़े लोगों की लापरवाही भी सामने आने की बात सामने आई है।एफआईआर के मुताबिक छात्रवृत्ति हड़पने के लिए संस्थानों ने फर्जी नामों से बैंक एजेंट की मदद से 3000 हजार खाते खुलवाकर खेल किया था। यहां तक कि कई ऐसे खाताधारक निकले जिन्हें पता ही नहीं था कि उनके नाम बैंक में खाता भी खोला गया है।
इन खातों में पहुंची छात्रवृत्ति की रकम अलग-अलग लोगों को भेजी गई। कालेज प्रबन्धन ने फिनो बैंक के एजेन्ट के साथ मिलकर गबन में शामिल रहा।
एजेंटों ने खाता खुलवाकर नेट बैकिंग का यूजर आईडी और पासवर्ड संस्थानों के अधिकारियों को उपलब्ध कराते थे।
इनके खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा
एसएस इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट मामपुर के चेयरमैन प्रवीण चौहान, एजुकेशन सोसाइटी एंड हाइजिया के वाइस प्रेसीडेंट इजहार हुसैन जाफरी, इसी ग्रुप में अली अब्बास जाफरी, सईद इशरत हुसैन जाफरी, हाइजिया कॉलेज ऑफ फार्मेसी के रवि प्रकाश गुप्ता व ग्रुप से जुड़े अन्य अधिकारी-कर्मचारी, लखनऊ इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड एजुकेशन के संचालक, डॉ. ओमप्रकाश ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन फर्रुखाबाद के चेयरमैन शिवम गुप्ता, डॉ. भीमराव अंबेडकर फाउंडेशन एंड जीविका कॉलेज ऑफ फार्मेसी हरदोई। के सेक्रेटरी रामगोपाल, आरपीपी इंटर कॉलेज हरदोई के प्रबंधक पूनम वर्मा, ज्ञानवती इंटर कॉलेज हरदोई विवेक कुमार पटेल, उच्चतर माध्यमिक विद्यालय गौसगंज कछौना हरदोई के विवेक कुमार जगदीश प्रसाद वर्मा, फिनो पेमेंट बैंक के एरिया मैनेजर सचिन दुबे, एजेंट मो. साहिल अजीज, अमित कुमार मौर्य, तनवीर अहमद और जितेंद्र सिंह।