AKTU यानी डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय से संबद्ध करीब 745 कॉलेजों में प्रवेश के लिए अब तक काउंसिलिंग शुरू नही हो पाई हैं। दाखिले के लिए 43 हजार स्टूडेंट्स ने रजिस्ट्रेशन के बाद काउंसिलिंग शेड्यूल जारी करने का इंतजार कर रहे हैं।
अब तक काउंसिलिंग शुरू न होने के पीछे एफीलिएशन यानी संबद्धता का चक्कर हैं। तय समय में इस प्रक्रिया को पूरी करने में बरती गई लापरवाही का नतीजा सत्र में देरी का कारण बन रहा हैं। हालांकि विश्वविद्यालय प्रशासन सितंबर के पहले सप्ताह में शेड्यूल जारी का काउंसलिंग शुरू करने के दावे कर रहा हैं।
दरअसल AKTU से संबद्ध कॉलेजों में बीटेक पाठ्यक्रम में दाखिला लेने के लिए JEE मेंस की रैंकिंग को आधार बनाया जाता है। इस परीक्षा को देने वाले अभ्यर्थी ही प्राविधिक विश्वविद्यालय में पंजीकरण करा कर दाखिला ले सकते हैं। वहीं स्नातक, परास्नातक पाठ्यक्रमों में CUET यूजी व पीजी परीक्षा में शामिल अभ्यर्थियों को एडमिशन के लिए पात्र माना जाता है। साथ ही एमबीए में भी रजिस्ट्रेशन य
प्रवेश प्रक्रिया में देरी के पीछे संबद्धता न मिलने का कारण बताया जा रहा है। इसमें AKTU को AICTE यानी ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के नियमों के अनुसार कॉलेज और नए कोर्सेज की संबद्धता 31 जुलाई 2023 तक पूरी करनी थी। लेकिन निर्धारित समयावधि में AKTU कॉलेजों की संबद्धता की प्रक्रिया को पूरी नहीं कर पाया। सुप्रीम कोर्ट ने भी इस पर रोक लगा दी। अब AKTU दोबारा से सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर संबद्धता विस्तार के लिए अनुरोध करने जा रहा हैं। पर इस देरी का खामियाजा छात्रों को करना पड़ रहा हैं। संबद्धता न मिलने की स्थिति में कॉलेज काउंसिलिंग में हिस्सा नहीं ले सकेंगे।
कुलपति प्रो. जेपी पांडे कहना है कि एफीलिएशन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की जा रही है। सितंबर के पहले सप्ताह में उन्होंने काउंसिलिंग का शेड्यूल जारी कर दिया जाएगा।
वही, AKTU के प्रवेश समन्वयक प्रो. अरुण तिवारी ने बताया कि बीटेक, यूजी व पीजी पाठ्यक्रम के लिए 43 हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। जबकि बीफार्मा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। बीटेक के लिए 33 हजार 800 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया। वहीं CUET यूजी के 5730 और पीजी के 3409 अभ्यर्थी भी शामिल हैं। जबकि बीते सत्र 2022-23 में बीटेक पाठ्यक्रम के लिए लगभग 30 हजार अभ्यर्थियों ने ही पंजीकरण कराया था। इस बार तीन हजार ज्यादा रजिस्ट्रेशन हुए हैं।