सपा प्रमुख अखिलेश यादव इन दिनों यूपी में नई राजनीतिक इबारत लिखने में जुटे हैं। जिस तरह से बीजेपी पिछड़े और अति पिछड़े वोट बैंक को साधने में लगी है। उसके जवाब में, सपा बीजेपी के वोट बैंक माने जाने वाले लोधी समाज में सेंधमारी करने की तैयारी में है। राजनीति में इसको ‘कही पर निगाहे, कही पर निशाना’ की तर्ज पर देखा जाता है।
बुधवार को अखिलेश यादव ने रानी अवंती बाई लोधी की जयंती को मनाकर यही संदेश दिया। वो हजरतगंज स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करने पहुंचे। यहां अखिलेश ने कहा,”रानी अवंती बाई हमेशा याद रखी जाएंगी। उन्होंने आजादी की लड़ाई लड़ी, जिस तरह से अंग्रेजों का मुकाबला किया। महिला होने के बावजूद भारतवर्ष के सम्मान के लिए उन्होंने जोखिम उठाए
उनके रहते ही लोधी समाज बीजेपी का कोर वोटर बना रहा, जो अब तक जारी है। इस समाज के लोगों के लिए सरकार ने लखनऊ में चक गंजरिया के कैंसर संस्थान का नाम भी कल्याण सिंह के नाम पर रखा गया। इसी संस्थान में उनकी 9 फीट ऊंची प्रतिमा लगाई गई है। बीजेपी के नेताओं ने कहा कि कल्याण सिंह राम मंदिर आंदोलन के नायक हैं।
सपा लगातार लोध समाज को साधने में लगी हुई है। यही कारण था कि सपा ने लोध समाज से आने वाले नेताओं पर दांव खेला और उसी का नतीजा हुआ की लोध समाज से चार विधायक बने। इनमें चन्द्र प्रकाश लोधी फतेहपुर, रेखा वर्मा बिधूना, मुकेश वर्मा शिकोहाबाद और हरचंद्रपुर से राहुल लोधी शामिल हैं।