खण्ड बिलग्राम का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। उन्होंने बच्चों से किताब पढ़वाकर उनका शैक्षक स्तर एवं विद्यालय की साफ-सफाई तथा भोजन की गुणवत्ता की जॉच की। कक्षा-03 की छात्रा सोनाली, साधना, प्रथम एवं साधना द्वितीय से हिन्दी की किताब का पहला पाठ पढवाने पर तीनों बच्चों किताब नहीं पढ़ सके इसके साथ ही कक्षा-05 के बच्चे साधारण भिन्न का योग भी नही कर सके। बच्चों के शैक्षिक स्तर पर पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त की गयी। प्राथमिक विद्यालय का दिव्यांग शौचालय अत्यंत ही गन्दा पाया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए प्रधानाध्यापक प्रीतिमा मिश्रा के विरूद्ध आरोप पत्र जारी कर, कार्यवाही करने के निर्देष जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को दिये गये साथ ही शैक्षिक स्तर में सुधार न होने की स्थिति में पर्यवेक्षकीय दायित्व भी निर्धारित किए जाने के निर्देष दिये गये। तदोपरांत मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कूड़ा कचरा निस्तारण केन्द्र जरौली-शोरपुर का निरीक्षण किया गया। आर0आर0सी0 सेन्टर पर कार्य अधूरा पाया गया, वांषिंग यूनिट का निर्माण मानक के अनुरूप नहीं किया गया था तथा पानी के इनलेट आउटलेट की कोई व्यवस्था नहीं थी। वर्मी कम्पोस्ट यूनिटों से पानी निकलने हेतु समुचित आकार की नाली का निर्माण नहीं कराया गया है। हैण्डपम्प के पास सोकपिट का निर्माण मानक के अनुसार नहीं कराया गया। नैडेप यूनिट में जल भराव पाया गया। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा आर0आर0सी0 सेन्टर का निर्माण एक सप्ताह में कम्पलीट करवाकर संचालन कराकर फोटोयुक्त आख्या उपलब्ध कराने हेतु खण्ड विकास अधिकारी अधिकारी, बिलग्राम को निर्देषित किया गया तब तक इन्तखाब आलम, ग्राम पंचायत अधिकारी का वेतन बाधित रखने के निर्देष जिला पंचायत राज अधिकारी को दिये गये। एक सप्ताह में आर0आर0सी0सेन्टर संचालित न होने पर ग्राम पंचायत सचिव के विरूद्ध एवं सहायक विकास अधिकारी पं0 के पर्यवेक्षकीय उत्तरदायित्व निर्धारित कर कार्यवाही की जाये। विकास खण्ड परिसर बिलग्राम का निरीक्षण करते हुए परिसर में अधूरे सामुदायिक शौचालय, अधूरे स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्तम्भ के बारे में स्थिति जाननी चाही गयी, परन्तु खण्ड विकास अधिकारी उक्त के संबंध में कोई स्थिति स्पष्ट नहीं कर पाये। मुख्य विकास अधिकारी सायंकाल लिखित रूप से अवगत कराने के निर्देष दिये गये। ब्लाक परिसर में भवनों के निष्प्रयोज्य होने के बाद भी उसका मलवा परिसर में पड़ा होने पर तत्काल हटवाने तथा ब्लाक परिसर में बने 08-10 जीर्ण-शीर्ण भवनों में सफाई कर्मचारी के रहने एवं सचिवों आदि के बैठने की स्थिति पर मुख्य विकास अधिकारी ने निष्प्रयोज्य भवनों में किसी भी कर्मचारी के रहने हेतु निर्देषित किया गया तथा उक्त भवनों को तत्काल निष्प्रयोज्य घोषित करवाने के निर्देष दिये गये। ब्लाक परिसर में रिक्त भूमि पर अपनी वाटिका बनवाने हेतु खण्ड विकास अधिकारी को निर्देषित किया गया।
ब्लाक परिसर में पटलों का निरीक्षण करते हुए आलमारी खुलवाकर देखी गयीं तथा अभिलेखों का रख-रखाव ठीक करने के निर्देश दिये गये। स्थापना पटल पर विभिन्न पंजिकाएं यथा वेतन वृद्धि रजिस्टर में सभी कर्मचारियों का विवरण अंकित नहीं था, रजिस्टर आफ फाइल में पत्रावलियॉं का विवरण अंकित न कर अधिकारियों/कर्मचारियों की योगदान तिथि अंकित की गयी थी । निरीक्षण गार्ड फाइल में कोई निरीक्षण नही लगाये गये हैं। गार्ड फाइल मे कोई शासनादेश नहीं चस्पा पाये गये। स्थापना पटल के कार्य पर मुख्य विकास अधिकारी द्वारा अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए अभिलेख पूर्ण होने तक सुरेन्द्र दीक्षित पटल सहायक का माह अगस्त, 2023 वेतन बाधित करने का निर्देश दिया गया। इसी प्रकार ग्रान्ट रजिस्टर पार्ट-3 मई, 2023 तक का ही बना हुआ था, जबकि निरीक्षण की सूचना पूर्व में लगभग 15 दिन पूर्व ही दे दी गयी था। ग्रान्ट रजिस्टर पूर्ण न करने हेतु उत्तरदायी लेखाकार सुशील कुमार का वेतन बाधित करते हुए कल शाम तक ग्रान्ट रजिस्टर पूर्ण कर अवलोकित कराने के निर्देष दिये गये।